मुंबई/ नई दिल्ली: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के हमले के कुछ मिनट बाद ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने बुधवार को उन पर निशाना साधते हुए दोहराया कि महा विकास अघाड़ी (MVA) बनाने का निर्णय विशेष रूप से प्रतिद्वंद्वी राकांपा और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाना एक गलती थी।
उन्होंने कहा कि, यहां तक कि लोगों को भी विश्वास नहीं हो रहा था कि हमने पहले एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। शिवसेना कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है, यह बालासाहेब की पार्टी है। कोई मालिक या नौकर नहीं है। लोग विपक्ष से सत्ता पक्ष के पास जाते हैं लेकिन हमने सत्ता छोड़ दी। सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, कोई यह आरोप नहीं लगा सकता कि मैंने एक पैसा लिया है। लेकिन उनके लिए मेरे पास उनका पूरा रिकॉर्ड है। मैं इसके बारे में महाराष्ट्र में बात करूंगा।
उन्होंने कहा, पीएम मोदी और एचएम अमित शाह ने मुझे बताया कि तमाम बाधाओं और कम विधायकों के बावजूद हमने नीतीश कुमार को अपनी प्रतिबद्धता दी और उन्हें बिहार का सीएम बनाया। महाराष्ट्र में भी उन्होंने अपना वादा पूरा किया। अपने मंत्रिमंडल के कुछ साथियों के साथ दिल्ली में मौजूद शिंदे ने कहा कि उनके प्रति वफादार शिवसेना के धड़े को वे लोग“विश्वासघाती” बता रहे हैं, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को “धोखा” दिया है।
शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में बगावत हो गई थी, जिसके बाद जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तीन दलों शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी। बाद में शिंदे ने मुख्यमंत्री जबकि भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने उपमुख्यंत्री पद की शपथ ली थी। दोनों धड़ों के बीच कड़वी जुबानी जंग देखने को मिली है। दोनों का दावा है कि वे “असली” शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे की विरासत की अगुवा हैं।