सौरव गांगुली ने पूरी की ‘हॉफ सेंचुरी’
नई दिल्ली : भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली शुक्रवार को 50 साल के हो गए। युवा खिलाड़ियों को हमेशा सपोर्ट करने वाले सौरव गांगुली के नेतृत्व में ही टीम इंडिया ने भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में मैच जीतने शुरू किए। भारतीय खिलाड़ियों और फैंस के चहेते ‘दादा’ आज 50 साल के हो गए हैं। गांगुली को उनके क्रिकेट करियर के दौरान ‘गॉड ऑफ ऑफसाइड’, ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’, ‘बंगाल टाइगर’ और ‘दादा’ जैसे नाम दिए थे।
सौरव गांगुली ने जनवरी 1992 में ब्रिस्बेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने के बाद 16 साल तक भारत की सेवा की। सौरव गांगुली को अपने एटीट्यूट प्रॉब्लम की वजह से डेब्यू के लगभग 4 साल तक टीम से बाहर रहना पड़ा। बाद में उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए 1996 में चुना गया। गांगुली के असल करियर की शुरुआत 1996 में हुई, जब उन्होंने प्रतिष्ठित लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार शतक बनाया। वहां से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
सौरव गांगुली ने भारत के लिए 146 वनडे मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से टीम को 76 में जीत मिली है। साथ ही उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 49 टेस्ट मैचों में 21 जीत दर्ज की और 15 ड्रॉ खेले हैं। दादा की कप्तानी में ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया के उसके घर में 2001 में लगातार 16 टेस्ट मैच जीतने के रिकॉर्ड को थामा था और उसे 2-1 से हराकर सीरीज जीती थी। गांगुली को कुछ कारणों से भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने वापसी की। नवंबर 2008 में बंगाल में जन्मे गांगुली ने आखिरी बार नागपुर में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ एक टेस्ट मैच में आखिरी बार भारतीय जर्सी पहने नजर आए।
गांगुली ने 113 टेस्ट में 42.17 की औसत से 7212 रन बनाए। वहीं, 311 वनडे में उनके नाम 11363 रन हैं। पूर्व भारतीय कप्तान ने टेस्ट में 16 और वनडे में 22 शतक लगाए। सौरव गांगुली ने 1999 से 2005 तक वनडे में टीम इंडिया की कप्तानी की थी। 146 मैचों में बतौर कप्तान गांगुली की टीम ने 76 मैच जीते और 65 में हार का सामना करना पड़ा। पांच मैचों में रिजल्ट नहीं आया। सौरव गांगुली ने 2000 से 2005 तक भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी की। 21 मैचों में कप्तान रहते हुए गांगुली को 21 मैचों में जीत और 13 में हार मिली, जबकि 15 मैच ड्रॉ रहे। सौरव गांगुली ने गेंदबाजी में भी कमाल किया था। उन्होंने टेस्ट में 32 और वनडे में 100 विकेट लिए थे।