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खतरे में पड़ सकती है सपा नेता अतुल प्रधान की विधायकी, आपराधिक मामलों को छिपाने का है आरोप

मेरठ: अतुल प्रधान, समाजवादी पार्टी के नेता है और सरधना विधानसभा सीट से इस बार विधायक चुने गए थे। अतुल प्रधान ने भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता संगीत सिंह सोम को हराया था। अब दो महीने बाद अतुल प्रधान की विधायकी खतरे में पड़ गई है। दरअसल, चुनाव हारने के बाद भाजपा नेता संगीत सोम इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। संगीत सोम की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार को अतुल प्रधान के नोटिस जारी कर दिया है।

अतुल प्रधान को जेजे मुनीर की कोर्ट ने नोटिस जारी किया है और सुनवाई की अगली तारीख 4 जुलाई तय की गई है। हाई कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि सुनवाई की अगली तारीख को अतुल प्रधान कोर्ट के समक्ष पेश होंगे और सभी दस्तावेजों के साथ अपना लिखित बयान भी जमा करेंगे। आपको बता दें कि संगीत सोम ने कोर्ट में दाखिल की अपनी याचिका में सपा नेता और सरधना से विधायक अतुल प्रधान पर आपराधिक मामलों को छिपाने का आरोप लगाया था। इसे आधार बनाते हुए प्रधान के विधायकी को चुनौती दी गई है।

संगीत सोम के वकील के अनुसार, मेरठ जिले के सरधना विधानसभा क्षेत्र से 19 जनवरी 2022 को नामांकन दाखिल करते वक्त अतुल प्रधान ने अपने खिलाफ लंबित 11 आपराधिक मामलों की जानकारी नहीं दी थी। बताया गया कि इन सभी लंबित मामलों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है और संज्ञान भी लिया जा चुका है। संगीत सोम के वकील केआर सिंह की ओर से ये भी कहा गया है कि 11 आपराधिक मामलों की जानकारी न देना लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के प्रावधानों का उल्लंघन है, जो उम्मीदवार के चुनाव को रद्द कर देगा।

कौन है अतुल प्रधान
अतुल प्रधान का जन्म 1983 में मेरठ जिले के सरधना क्षेत्र में हुआ था। अतुल प्रधान के पिता ज्ञानेन्द्र प्रधान और माता ब्रह्मावती देवी दोनों का निधन हो चुका है। जब अतुल तीन साल के थे तभी उनकी माता का निधन हो गया था। उन्होंने मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और यहीं से छात्र राजनीतिक के साथ अपने करियर की शुरुआत की। अतुल उस दौरान सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।

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