कहानी
-
दस्तक-विशेष
जवाब
निश्रुति पर मानों इस समय कोई वज्रपात हुआ हो। हाय ईश्वर! इसलिए ये रोज़ मुझे टालता रहा। बन्द कमरे में…
Read More » -
दस्तक-विशेष
आर न पार (कहानी)
जीवन सत्य है और मृत्यु उस सत्य का अंत। हम उम्र भर जिसे छाया या छलावा समझते रहते हैं, वास्तव…
Read More » -
दस्तक-विशेष
‘रेस्क्यू-ऑपरेशन’
-सुबह बिस्तर छोड़ते के उपरान्त, अमूमन जैसी कि दिनचर्या है, दैनन्दिन की क्रिया-प्रक्रिया से पहले मेरी आदत है, कम-अज-कम दो…
Read More » -
दस्तक-विशेष
‘जीतबो रे’
कहानी ऊपर केशरिया कुर्ता, नीचे हरी, फटी मटमैली धोती, सिर पर कागज की टोपी पहने स्वतन्त्रदेव जी अवतरित हुए। कहने…
Read More » -
दस्तक-विशेष
यहाँ सब ठीक है
कहानी पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के अंचल में नई-नई तरक्की का दौर है, अब वाराणसी से सत्यकाम के…
Read More » -
दस्तक-विशेष
शोध
कहानी जिस दिन सर चिता पर धू-धू जल रहे थे वह पाँच सितम्बर का दिन था। ऊपर आसमानों के न…
Read More »