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बदलते मौसम मे सेहत का रखें कुछ इस तरह से ध्यान, नहीं होगी कोई समस्या

सर्दियों का मौसम खत्म होते ही बिमारियों का दौर शुरु होने लगता है। इस मौसम में संक्रमण बढ़ने का खतरा अधिक होने लगता है। ऐसे मौसम में लोगों को आसानी से फ्लू का सामना करना पड़ता है। इस समय अगर ध्यान नही दिया तो फ्लू का खतरा अधिक होने की संमभावना बढ़ जाती है। वर्तमान समय में कोरोनावायरस जैसे संक्रमण लगभग पूरी दुनिया को प्रभावित किया हुआ है। ऐसे समय में सर्दी-जुकाम और फ्लू से बचाव और उपचार विशेष रुप से ध्यान देने की जरुरत है-

फ्लू एक वायरल संक्रमण है, जो फेफड़ो ,नाक और गले पर सीधे प्रभाव पड़ता है। इसमें हर उम्र के बच्चों और महिला – पुरूष को ज्यादा प्रभावित होता है।फ्लू के लक्षण बुखार, मांसपेशियों में दर्द बना रहता है। साथ ही खांसी, नाक बहना,ठंड लगना हैं। जब भी ऐसी स्थिति आपको लगे तो तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही आपको किचन में 5 ऐसे मसालों के बारे में बताते है जो आपको फ्लू के लक्षण दिखने पर लड़ने दिखने पर आपकी मदद करता है। जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने का काम करता है।

हल्दी- हल्दी का प्रयोग किचन में होने के साथ-साथ करक्यूमिन से भी समृद्ध होती है। इसमें एंटीवायरल का गुण पाया जाता है जो फ्लू में काफी लाभकारी होता है। करक्यूमिन से संक्रमण से छुटकारा मिलता है। रक्त को भी शुद्र करता है। इसमें एंटींऑक्सिडेंट पाया जाता है। एंटी-फंगल,एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल से लड़नें में सहायाता करता है। हल्दी पाउडर का प्रयोग प्राकृतिक तेलों से भरपूर होता है और इसमें 3प्रतिशत करक्यूमिन का स्तर होता है।

जीरा- यह आयरन का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसमें हीमोग्लोबिन की मात्रा अधिक होती है।यह फेफड़ो से ऑक्सीजन को शरीर की कोशिकाओं को पहुंचाने में काफी मदद करता है। यह ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म में भी महात्वपूर्ण कार्य करता है। प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने में अधिक मदद करता है।

काली मिर्च- इसमें एंटीऑक्सिडेंट और जीवाणुरोधी होता है। यह संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इसमें विटामिन पाया जाता है। जो स्वाभाविक रुप से प्रतिरक्षा को बढ़ाता है।यह एक एंटीबायोटिक रुप से काम करता है।

लौंग- इसमें कार्बनिक पाया जाता है जो कप निकालनें में काफी लाभकारी होता है। गले और थ्रोट में कफ के जमाव का कम करने में मदद करता है। लौंग का सेवन करने से श्वसन में संक्रमण होने का खतरा कम रहता है। इसका प्रयोग हमेंशा जीभ के नीचे रखें और धीरे-धीरे चूसते रहें। लौंग का प्रयोग चाय बनाने में करना चाहिए।

अजवाईन- इसका प्रयोग किचन में किया जाता है। यह ठंड और सर्दी में नाक को खोलने का काम करती है। इसका प्रयोग सांस की बिमारी से पीडित व्यक्ति को राहत की सांस देता है। एक चम्मच आजवाईन को 2 कप पानी में गरम पानी में शहद डालकर पीना चाहिए।

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