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कोरोना के लिए अगले 40 दिन अहम, बिना पाबंदी लहर रोकने की कोशिश करेगी सरकार

नई दिल्ली : दुनिया के कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है। लगातार इस बाबत दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। फिलहाल सरकार कड़ी पाबंदी और प्रतिबंध लागू किए बिना सलाह देकर कोरोना रोकथाम पर जोर देगी। अभी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर प्रतिबंध की भी कोई योजना नहीं है। हालांकि, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए एयर सुविधा फॉर्म भरना होगा। 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य किया जा सकता है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मामले कई देशों में बढ़ रहे हैं। इसके मद्देनजर सारी तैयारी भी हो रही है, लेकिन भारत में स्थिति नियंत्रण में रहने की उम्मीद है। क्योंकि, यहां वैक्सीन भी ओमीक्रोन के सभी वेरिएंट पर कारगर है। लोगों में हाईब्रिड इम्युनिटी भी पर्याप्त पाई गई है। इसके बावजूद हर तरह की स्थिति से निपटने की तैयारी के तहत सरकार कई कदम उठा रही है। बचाव के लिए मास्क लगाने का परामर्श सरकार जारी कर रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मास्क कोरोना संक्रमण के खिलाफ बड़ा हथियार है। हालांकि, इसे जरूरी नहीं किया गया है। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लगाने से व्यापार का माहौल खराब होता है।

बता दें कि चीन समेत दुनिया के कई अन्य देशों में कोरोना के मामलों में उछाल के बाद सरकार ने शनिवार से प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की रैंडम जांच को अनिवार्य किया है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि चीन में कोहराम मचा रहा ओमीक्रोन वेरिएंट के बीएफ.7 संस्करण के फैलने की दर बहुत अधिक है। एक बीमार व्यक्ति 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है। अधिकारी का कहना है कि अभी तक कोरोना के 220 तरह के वेरिएंट भारत में आ चुके हैं। ओमीक्रोन के भी कई सब वेरिएंट आए हैं।

सूत्रों के अनुसार, भारत में कोरोना संक्रमण के प्रकोप के मद्देनजर अगले 40 दिन अहम हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि जनवरी में कोविड के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। एक अधिकारी ने कहा, पहले यह पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोविड-19 की चपेट में आने के 30-35 दिन बाद भारत में महामारी की एक नई लहर आई थी। यह एक प्रवृत्ति रही है। इसी के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि हालात गंभीर होने के आसार बहुत कम हैं। अगर लहर आती भी है तो भी मौतें और अस्पताल में भर्ती होने वालों की तादाद अधिक नहीं होगी।

एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गुरुवार को आईजीआई एयरपोर्ट जाएंगे। मंत्री मंडाविया इस दौरान वहां कोविड-19 जांच सुविधाओं का जायजा लेंगे।

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