नई दिल्ली । तीनों रक्षा सेवा प्रमुखों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अग्निपथ भर्ती योजना की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। खबरों के अनुसार, थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने प्रधानमंत्री से उनके आवास पर अलग-अलग मुलाकात की। तीनों ने उन्हें हाल ही में शुरू की गई योजना के सफल रोलआउट और इंडक्शन प्रक्रिया से अवगत कराया।
इससे पहले दिन में, अग्निपथ भर्ती योजना पर त्रि-सेवा प्रेस वार्ता भी आयोजित की गई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में तीनों सेनाओं के प्रमुखों द्वारा पिछले सप्ताह योजना की घोषणा के बाद यह दूसरी प्रेस वार्ता थी। नई योजना से असंतुष्ट युवा देश के कई हिस्सों में व्यापक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने मंगलवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “अग्निपथ योजना तीन चीजों को संतुलित करती है। पहला- सशस्त्र बलों की युवा प्रोफाइल, दूसरा- तकनीकी जानकार और सेना में शामिल होने वाले अनुकूलनीय लोग, तीसरा- यह व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करता है, क्योंकि हमें देश की सुरक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “रेजिमेंटल प्रक्रिया अपरिवर्तित रहेगी। हम एक वचनबद्धता लेंगे और उम्मीदवारों को शपथ लेनी होगी कि वे किसी आगजनी या तोड़फोड़ में शामिल नहीं थे।”
पुलिस सत्यापन के संबंध में उन्होंने कहा कि यह हमेशा से भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा रहा है।