घाटी में बड़ी संख्या में आतंकियों के घुसने की आशंका, इंटरनेट-मोबाइल सेवाएं बंद- सेना का ऑपरेशन जारी
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना लगातार एक बड़े ऑपरेशन में लगी हुई है। उरी सेक्टर में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह द्वारा घुसपैठ की कोशिश के बाद इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाएं बंद कर दी गई हैं। बता दें कि यह अभियान पिछले 30 घंटे से चल रहा है।
कथित तौर पर उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास घुसपैठ की कोशिश की गई थी। अधिकारियों के अनुसार, पिछले 30 घंटों से इलाके में घुसपैठ रोधी अभियान जारी है। कथित तौर पर अतिरिक्त सेना बल को बुलाया गया है और एक बड़े क्षेत्र को घेर लिया गया है। सेना के मुताबिक इस साल घुसपैठ की यह दूसरी कोशिश है।
वर्तमान हालात पर बोलते हुए सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा कि इस साल किसी संघर्षविराम का उल्लंघन नहीं हुआ है और न ही सीमा के उस तरफ उकसाने की कोई घटना सामने आई है। 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा, “इस साल कोई संघर्षविराम उल्लंघन नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, अतीत के विपरीत, इस साल घुसपैठ के कुछ प्रयास हुए हैं और वे उरी सेक्टर में घुसपैठियों की तलाश कर रहे हैं। जनरल पांडे ने कहा, “उरी में पिछले 24 घंटे से एक ऑपरेशन चल रहा है, जिसमें हमें लगा कि घुसपैठ की कोशिश की गई है। हम उनकी तलाश कर रहे हैं। क्या वे इस तरफ हैं या प्रयास करके वापस चले गए हैं, उस मुद्दे को स्पष्ट या जमीन पर सत्यापित नहीं किया गया है।”
अधिकारियों ने कहा कि उरी हमले की पांचवीं बरसी के मौके पर शनिवार देर शाम घुसपैठ की कोशिश का पता चला, 18 सितंबर, 2016 को हुए हमले में एक सैन्य प्रतिष्ठान पर दो आत्मघाती हमलावरों द्वारा हमला किए जाने के बाद 19 सैनिक मारे गए थे। इसका जवाब भारत ने नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक करके दिया जिसमें कई आतंकी मारे गए थे।