अभी सर्दी से निजात नहीं, अगले 24 घंटे बारिश की संभावना; दिल्ली में टूटा 19 साल का रिकॉर्ड
नई दिल्ली: उत्तर पश्चिम भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिम में ठंड का कहर जारी है। दिनभर बादल औऱ कोहरा छाए रहने की वजह से आधिकतम पारा सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस लुढ़ककर 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं फरवरी के पहले सप्ताह में ही राजधानी दिल्ली में सर्दी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। दिल्ली में गुरुवार का दिन पिछले 19 सालों में सबसे सर्द रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 1 फरवरी 2003 को अधिकतम पारा 14.3 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क था। वहीं 71 साल में ये चौथी बार है जब फरवरी में तापमान में इतनी ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अलगे 24 घंटे में भी बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजेंद्र जेनामणि के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से बादल छाए रहने और दिनभर 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने से दिन के पारे में कमी आई है। इससे पहले फरवरी में 1970 में अधिकतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे कम रहा था। वहीं 1954 में 13.9 डिग्री सेल्सियस और 2003 में 14.3 डिग्री सेल्सिलयस अधिकतम पारा रिकॉर्ड किया गया था।
वहीं मौसम विभाग ने एक दिन पहले बारिश की संभावना जताते हुए गुरुवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया था। ऐसे में बुधवार देर रात से ही तेज हवा के साथ मौसम ने करवट लेनी शुरू कर दी थी। सुबह जब लोग सोकर उठे तो धुंध औऱ बारिश की वजह से कंपकंपी से ठिठुर गए। सुबह साढ़े आठ बजे तक 0.6 मिमी और शाम साढ़े पांच बजे तक 0.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। दिनभर बादल छाए रहने के साथ 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली और लोग ठिठुरते रहे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सर्दी से बचने के लिए जहां लोग अलाव का सहाया लेते हुए दिखे। वहीं घरों में लोगों को हीटर से राहत मिली। पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किय गया है। हवा में नमी का स्तर 74 से 95 फीसदी तक रहा। शाम होते ही सर्द हवा की वजह से लोगों की कंपकंपनी और बढ़ गई थी। जनवरी में बारिश ने जहां 88.2 मिमी के साथ 122 साल का रिकॉर्ड बनाया है। वहीं 25 जनवरी को दिन का पारा सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से लुढ़ककर 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।