गोरखपुर मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले रूट पर होंगे कुल 14 स्टेशन
गोरखपुर: लाइट मेट्रो के संचालन की दिशा में गोरखपुर एक कदम और आगे बढ़ गया है. पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की बैठक में गोरखपुर मेट्रोलाइट रेल प्रोजेक्ट के फेज-1 को अनुमोदन मिल गया है. इस जानकारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद साझा किया. इसे लेकर किए गए एक ट्वीट में मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है.
गोरखपुर में तीन बोगियों वाली लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए राइट्स व लखनऊ रेल मेट्रो कॉरपोरेशन ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का अनुमोदन कर शासन को भेज दिया है. राज्य सरकार के बजट में भी गोरखपुर और वाराणसी में मेट्रो के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. पीआईबी से अनुमोदन मिलने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि बहुत जल्द गोरखपुर मेट्रो ट्रेन के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से भी अंतिम अनुमति मिल जाएगी.
गोरखपुर में मेट्रो सेवा आरंभ करने की प्रक्रिया तीव्र गति से बढ़ रही है. इसी कड़ी में पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की बैठक में गोरखपुर मेट्रोलाइट रेल प्रोजेक्ट के फेज-1 हेतु अप्रूवल मिल गया है. सभी को बधाई. आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार. जो डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई गई है उसमें गोरखपुर महानगर में करीब 4600 करोड़ रुपये की लागत से तीन बोगियों (कार) वाली मेट्रो ट्रेन के संचलन का प्रस्ताव है. इसमें दो रूट का प्रस्ताव दिया गया है. पहला रूट 15.14 किमी लंबा होगा, जो श्यामनगर (बरगदवां के पास) से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक जाएगा. इस पर कुल 14 स्टेशन होंगे. दूसरा रूट गुलरिहा से शुरू होकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज, असुरन चौक, धर्मशाला, गोलघर, कचहरी चौराहा होते हुए नौसढ़ तक जाएगा. यह 12.70 किमी लंबा रूट है, जिस पर 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं.