अनुमान लगाया जाता है कि दुनिया की व्यस्क आबादी करीब एक तिहाई हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे है! रिसर्च से खुलासा हुआ है कि ग्रीन या ब्लैक टी का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर को थोड़ा कम कर सकता है! चाय में भरपूर मात्रा में पाया जानेवाला कैटेचिन नामक एक प्रकार का फेनोलिक यौगिक अपनी हाई ब्लड प्रेशर रोधी गुणों में योगदान के लिए समझा जाता है! कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, इर्विन की रिसर्च में पाया गया कि चाय में दो कैटेचिन प्रकार के फ्लेवोनोइड यौगिक यानी एपिक्टिन गैलेट और एपिगैलोकैटेचिन-3 गैलेट रक्त वाहिकाओं को रक्त वाहिका की दीवार में विशेष प्रकार के आयन चैनल प्रोटीन को सक्रिय कर आराम करने में मदद करता है! शोधकर्ताओं का कहना है कि चाय गर्म पी जाए या बर्फीली, ये अपने फायदे यानी हाई ब्लड प्रेशर रोधी गुणों को सक्रिय कर सकती है! कुछ अन्य फूड्स हैं जिसमें हाई ब्लड प्रेशर रोधी गुण पाए जाते हैं!
अनार का जूस
अनार के जूस में एंटी ऑक्सीडेंट, हाइपरटेंसिव रोधी और एथेरोस्क्लेरोटिक रोधी गुण पाए जाते हैं! रिसर्च में सुझाया गया है कि अनार का जूस पीने से हाई ब्लड प्रेशर के विकास को रोकने में मदद मिल सकती है! वनस्पति तेल और अनार के जूस दोनों हाइपरटेंसिव प्रभाव वाले जाने जाते हैं! कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि 50-200 मिलिलीटर अनार के जूस का रोजाना सेवन हाइपरटेंसिव मरीजों में ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार साबित हो सकता है!
केला
पोटैशियम हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और केला इस मिनरल की बहुत मात्रा रखता है! अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक पोटैशियम रक्त वाहिकाओं की दीवारों में सोडियम के प्रभावों को कम कर टेंशन हल्का करने में मदद करता है! व्यस्कों को रोजाना 4,700 मिलिग्राम पोटैशियम इस्तेमाल करने की सिफारिश की जाती है! अगर आप मध्यन आकार का केला खाते हैं, तो आप करीब 422 मिलिग्राम पोटैशियम हासिल कर सकते हैं!
लहसुन
लहसुन अपने हाइपरटेंसिव रोधी प्रभावों के लिए जाना जाता है! उसमें पाया जानेवाला सल्फर यौगिक एलीसिन अपने ब्लड प्रेशर कम करनेवाले गुणों के लिए काफी हद तक जिम्मेदार समझा जाता है! कुछ रिसर्च में तो यहां तक संकेत दिया गया है कि लहसुन के सप्लीमेंट्स उतना ही प्रभावी तरीके से काम कर सकते हैं जितना मानक ब्लड प्रेशर कम करनेवाली दवा!