हमारे देश में स्वास्थ्य को सही रखने तथा शरीर को हमेशा एक्टिव और ताकतवर रखने के लिए प्राचीन काल से ही आयुर्वेद का सहारा लिया जाता रहा है। वर्तमान समय में भी बहुत से डॉक्टर आयुर्वेद की पढ़ाई करके लोगों को इससे लाभांवित कर रहें हैं। आयुर्वेद में सभी प्रकार की शारारिक मानसिक समस्याओं का समाधान प्राकृतिक तरीके तथा औषधियों से किया जाता है। आज हम आपको आयुर्वेद की जिस औषधि के बारे में जानकारी दे रहें हैं। वह अपने आप में बहुत चमत्कारी है। यह औषधि न सिर्फ कमजोर लोगों के लिए अमृत का कार्य करती है बल्कि कैंसर के रोगियों के लिए एक प्रकार से जीवनदायी औषधि है। आइये अब आपको विस्तार से बताते हैं आपको स्वास्थ्य प्रदान करने वाली इस औषधि के बारे में।
पुनर्नवा औषधि
इस औषधि का नाम “पुनर्नवा” है। यह शब्द संस्कृत भाषा के 2 शब्दों “पुनः एवं नवः” से मिलकर बना है। जिसका अर्थ होता है “फिर से नया बनाने वाली औषधि”, यह औषधि आपके शरीर को फिर से नया बनाने के गुण को अपने में लिए है। यही कारण है कि इसको पुनर्नवा कहा जाता है। इस औषधि का प्रयोग रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने से लेकर कैंसर तक के इलाज में होता है।
इस प्रकार पुनर्नवा करती है लाभ
यदि कोई व्यक्ति इस औषधि के रस का मात्र एक चम्मच अपनी सब्जी में मिलाकर खाता है तो वह वृद्ध अवस्था को प्राप्त नहीं होता। यह औषधि उस व्यक्ति के शरीर को हमेशा जवान बनाएं रखती है। इसके अलावा यह औषधि पीलिया रोग, उल्टी, प्लीहा, मंद अग्नि, बुढ़ापा, मूत्र रोगों के अलावा अन्य बहुत से रोगों से निजात दिलाती है।
पुनर्नवा नामक यह औषधि इसको उपयोग करने वाले व्यक्ति के शरीर में से अंदर की सारी गंदगी को मल मूत्र की सहायता से निकाल कर व्यक्ति की बीमारियों को जड़ से ही खत्म कर देती है और आपका स्वास्थ्य हमेशा सही बना रहता है। यही कारण है कि इस औषधि का सेवन करने वाला व्यक्ति कभी बीमार नहीं पड़ता है।