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धोखाधड़ी के 191 वाहनों के साथ तीन गिरफ्तार


बाराबंकी: थाना जैदपुर व स्वाट टीम द्वारा धोखाधड़ी कर वाहनों को बेचने वाले 03 शातिर अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार, कब्जे से करीब 2.5 करोड़ रूपये कीमत के 191 दो पहिया/चार पहिया वाहन भी बरामद किये गये है। समस्त प्रभारी निरीक्षकों को जनपद में धोखाधड़ी करके कम्पनियों द्वारा जनता को नुकसान पहुंचाने के सम्बन्ध में अभिसूचना एकत्र कर कार्यवाही के निर्देश दिये गये थे। ऐसी कम्पनियां लुभावने प्रस्ताव देकर अनजान व्यक्तियों को फंसाकर उन्हे आर्थिक नुकसान पहुंचा देती हैं। जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अशोक कुमार के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक अमरेश सिंह बघेल के नेतृत्व में अति.प्र.नि.धनन्जय सिंह मय हमराही पुलिस बल व स्वाट की संयुक्त टीम ने एकत्र की गयी अभिसूचना को विकसित किया। बीती छ: तारीख को थाना मोहम्मदपुरखाला में 77 मोटर साइकिलों के साथ गिरफ्तार अभियुक्तों की पूछताछ और डिजिटल डेटा की मदद से जानकारी मिली कि जैदपुर और कोतवाली के कुछ लोग एक संगठित गिरोह बनाकर स्थानीय निवासियों के साथ बड़े स्तर पर ठगी कर रहे हैं। इनके मोडस आपरेंडी में किसी व्यक्ति/ग्राहक द्वारा दो पहिया/चार पहिया वाहन खरीदते समय वाहन एंजेन्सी पर लोन प्राप्त करने के लिए बैक प्रतिनिधि को अपना पहचान पत्र, निवासी प्रमाणपत्र और आय प्रमाणपत्र दिया जाता है।

लोन स्वीकृत हो जाने के बाद ग्राहक ईएमआई का भुगतान करना शुरू कर देता है। उसके बाद ऐसे गैंग द्वारा अन्य व्यक्ति का फोटो और आधार आदि कागजात लगाकर उसी विवरण पर अन्य गाड़ी भी फाइनेन्स करा ली जाती हैं। ऐसी गाडिय़ों को सामान्य ग्रामीण ग्राहकों को उनके वास्तविक/निर्धारित मूल्य से कुछ कम दाम पर यह कहकर बेच दिया जाता है कि वाहन आर्मी कैन्टीन से निकाली गयी है। इसलिए सस्ती और अन्य व्यक्ति के नाम से है। उक्त वाहन एक साल बाद धारक के नाम स्थानान्तरित हो जायेगी । उधर फाइनेन्स कम्पनी जब प्रपत्रों के अनुसार उल्लेखित पते पर जाती है तो वह व्यक्ति एक मोटरसाइकिल को खरीदना तो बताता है परन्तु अन्य खरीदी मोटरसाइकिल के बारे में अनभिज्ञता जाहिर कर रहे है। इस गिरोह द्वारा एजेंसी, बैंक, इन्श्योरेंस कम्पनियो के कर्मियों को मिलाकर यह गोरखधंधा किया जा रहा है। जिसका पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किया गया। उक्त जानकारी गुरुवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने दी।

उन्होंने खुलासा करते हुऐ आगे कहा की बीती छ: तारीख को पकड़े गये अभियुक्तों से मिली सूचना को विकसित करने पर डिजिटल डेटा की मदद से थाना जैदपुर व स्वाट की संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए दिनांक बीते दिन हरख चौराहे के पास चंदौली नहर पुलिया पर तीन संदिग्ध व्यक्तियों को रोक कर 12:40 बजे हिरासत में लिया गया था। हिरासत में लिए गये व्यक्तियों से फर्जी तरीके से बेची गयी मोटरसाइकिलों व कारों के बारे में पूछा गया तो गाडिय़ां कई स्थानों पर होना बताया गया। पकड़े गये अभियुक्तों में मो.सहीम पुत्र मो. मुईन निवासी पीरबटावन थाना कोतवाली नगर, फिरोज उर्फ शानू पुत्र शरीफुल हसन निवासी मचौची थाना जैदपुर और सुहेल अहमद पुत्र मो.शब्बीर निवासी नबीगंज थाना कोतवाली नगर को गिरफ्तार किया गया।

तीन की निशादेही पर 182 अदद दो पहिया वाहन (मोटरसाइकिल व स्कूटी)96 अदद सुपर स्पेलेण्डर/सुपर, 38 अदद स्कूटी,18 अदद अपाचे, 10 अदद हीरो एच.एफ. डीलक्स, 06 अदद स्पेलेण्डर प्लस, 04 अदद बुलेट, 02 अदद पल्सर, 02 अदद यमहा र, 01 अदद पैशन प्रो, 01 अदद ग्लैमर, 01 अदद होण्डा लीवो, 01 अदद होण्डा साइन-, 01 अदद प्लेटिना, 01 अदद केटीएम, व नौ कार जिनमे दो कार सेलेरिओ, दो ओमिनी कर , एक बोलेरो पिकप, एक टेरोनो, एक हैरियर कार, एक स्विफ्ट डिजायर व एक टाटा जस्ट कुल 191 दो पहिया/चार पहिया वाहनों को बरामद किया गया। अभियुक्तगणों के विरूद्ध थाना जैदपुर पर मु.अ.सं.93/2020 धारा 41/411/414/406/419/420/467/468/471/34 भा.द.वि.पंजीकृत किया गया।

वांछित अभियुक्तों में सुरेन्द्र पुत्र रामदिनेश निवासी ग्राम बरैया थाना जैदपुर, कफील अहमद पुत्र शब्बीर निवासी टेसुवा सलेमचक थाना जैदपुर हाल पता पीरबटावन कोतवाली नगर व सरगना रवि मशीह पुत्र हजारी लाल निवासी ग्राम गांधीग्राम थाना पीजीआई लखनऊ है। पुलिस अधीक्षक द्वारा सहीम और फिरोज के आपराधिक इतिहास पर भी जानकारी दी। उन्होंने अभियुक्तों की गयी पूछताछ पर मिली जानकारी को साँझा करते हुऐ कहा की इन सभी का एक गैंग है। जिसका मुखिया लखनऊ निवासी रवि मसीह है। यह लोग एच.डी.एफ.सी. बैंक लखनऊ में फर्जी कागजात फर्जी आई.डी. फोटो लगाकर लखनऊ स्थित पी-5 शोरूम मोटर्स उतरेठिया, सन मोटर्स चिनहट, स्कूटी हाण्डा शोरूम कामता, बुलेट श्रेया आटो मोबाइल तेली बाग सुनील आटो एजेन्सियों से फर्जी आधार कार्ड लगाकर दूसरे की फोटो व पता लगाकर एजेन्सियों का कागजात देकर इनवाइस पेपर तैयार करके एजेन्सियों से गाड़ी फाइनेन्स करवाते थे। उसके बाद आर.टी.ओ. कार्यालय लखनऊ में उपरोक्त फर्जी नाम पर रजिस्ट्रेशन करवाकर कम दाम पर बाराबंकी जनपद में विभिन्न स्थानों पर ग्राहकों को बेच देते थे। फर्जी तरीके से गाडिय़ां फाइनेन्स करवाकर ग्राहकों को कम दामों पर अपने आर्थिक लाभ के लिए गाडियां बेचते हैं। बाद में बैंकों से कराये गये फाइनेंस की किस्त अदा नहीं की जाती हैं।

खुलासा करने वाली पुलिस टीम के प्रभारी निरीक्षक श्री अमरेश सिंह बघेल, थानाध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा थाना मोहम्मदपुरखाला मय हमराही टीम व.उ.नि. हरिवंश यादव, हरिश्चन्द्र यादव प्रभारी स्वाट टीम, वीरेन्द्र बहादुर सिंह,उ.नि.हर्दोष सिंह थाना जैदपुर, संदीप दुबे, विजय बहादुर पाण्डेय स्वाट टीम, हे.कां.पंकज कुमार द्विवेदी,रमेश प्रताप सिंह,गजेन्द्र सिंह थाना जैदपुर, कां0 दिलीप यादव,कां. शैलेन्द्र कुमार सिंह, इमरान अली, गौरव यादव,अंकित सिंह थाना जैदपुर, हे.कां.मनीष दूबे, कां.आदिल हाशमी, सुनील यादव, प्रवीण शुक्ला स्वाट टीम, मनीष, जुनैद स्वाट टीम। ये सभी शामिल थे एसपी ने सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम को 25 हज़ार रूपये के नगद ईनाम दिये जाने की घोषणा भी की।

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