अन्तर्राष्ट्रीय

जॉम्बी डियर डिसीज से दो अमेरिकियों की मौत, खाया था हिरण का मांस

नई दिल्ली: अमेरिका में इस समय हिरणों पर एक भयानक बीमारी कहर बरपा रही है। वैसे तो इसका नाम क्रोनिक वेस्टिंग डिज़ीस है, लेकिन इसे लोग जॉम्बी डीयर डिज़ीस के नाम से बुला रहे हैं। यह बहुत चुपके और तेजी से हिरणों की आबादी में फैल रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जॉम्मबी डीयर डिसीज से दो अमेरिकी शिकारियों की मौत हुई है।

टेक्सास में हुए शोध से पता चलता है कि ‘ज़ोंबी डियर’ रोग, उर्फ़ क्रॉनिक वेस्टिंग डिज़ीज़ से मरने वाले पहले अमेरिकियों ने संक्रमित हिरन का मांस खाया था। इस बीमारी के कारण हिरण भ्रमित हो जाते हैं, लार टपकाते हैं और इंसानों से उनका डर खत्म हो जाता है। मनुष्यों में अचानक भ्रम, आक्रामकता और दौरे के लक्षण दिखाई दिए।

उत्तरी कैरोलिना में 24 मामले सामने आए हैं, जिनमें 2 शिकारियों में मरने से पहले हिरण का मांस खाने के बाद गंभीर लक्षण दिखाई दिए। न्यूरोलॉजी जर्नल में एक अध्ययन क्रोनिक वेस्टिंग डिजीज के घातक खतरों की ओर इशारा करता है, जो लगभग 100% घातक है, जिससे इसके मनुष्यों में फैलने का डर बढ़ जाता है।

CWD यानी जॉम्बी डीयर डिज़ीस फैलने का पूरा का पूरा आरोप प्रायन्स (Prions) को बना सकते हैं। फिलहाल वैज्ञानिक इसे ही बीमारी के फैलने की वजह मान रहे हैं। प्रायन्स असल में गलत तरीके से फोल्ड हुए प्रोटीन होते हैं, जो दिमाग में मौजूद सामान्य प्रोटीन को भी गलत तरीके से फोल्ड होने यानी मुड़ने पर मजबूर कर देते हैं।

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