यूक्रेन संकट: अगले 2 दिनों में 7 हजार से अधिक भारतीयों को निकाला जाएगा: केंद्र
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि अगले दो दिनों में ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 7,400 से अधिक भारतीय नागरिकों के निकाले जाने की उम्मीद है।केंद्र ने उन भारतीयों को निकालने के लिए एक एयरलिफ्ट ऑपरेशन शुरू किया है, जो युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकलकर उसके पड़ोसी देशों में पहुंच रहे हैं। केंद्र ने नागरिकों को वापस लाने के लिए कई विशेष चार्टर के साथ-साथ भारतीय वायु सेना की उड़ानें भी तैनात की हैं।
शुक्रवार को, 3,500 नागरिकों को वापस लाए जाने की उम्मीद है, जबकि 3,900 से अधिक शनिवार को वापस लाए जाएंगे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सहयोग से विदेश मंत्रालय भारतीय छात्रों को तेज गति से भारत वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। भारतीय एयरलाइंस इस निकासी प्रक्रिया में अपने संसाधनों को तेजी से लगा रही है।
चार केंद्रीय मंत्री- हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वी. के. सिंह इन अभियानों में मदद करने और इसका पर्यवेक्षण करने के लिए यूक्रेन से सटे देशों में गए हैं। भारतीय नागरिक विमानों के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के विमान नियमित रूप से यूक्रेन में फंसे हुए भारतीय छात्रों को वापस ला रहे हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह निकासी प्रक्रिया 22 फरवरी को शुरू हुई थी और इसके जरिए अब तक 6200 से अधिक लोगों को वापस लाया जा चुका है, जिसमें 2185 व्यक्ति गुरुवार को 10 विशेष नागरिक उड़ानों के माध्यम से आ रहे हैं। गुरुवार की नागरिक उड़ानों में बुकारेस्ट से 5, बुडापेस्ट से 2, कोसिसे से 1 और रेजेस्जो से 2 उड़ानें शामिल हैं। इसके अलावा, भारतीय वायु सेना की 3 उड़ानों से तीन मार्च की रात 11 बजे और 4 मार्च की अलसुबह के बीच और अधिक भारतीय लाए जाएंगे।
भारतीय वायु सेना की 4 उड़ानों के जरिए 2 मार्च की अर्ध-रात्रि और 3 मार्च की भोर के बीच पहले ही 798 लोग लाए जा चुके हैं। नागरिक उड़ानों की संख्या को और बढ़ाया जाएगा और अगले दो दिनों में 7400 से अधिक लोगों को विशेष उड़ानों के माध्यम से लाए जाने की उम्मीद है। कल 3500 और 5 मार्च को 3900 से अधिक लोगों को वापस लाए जाने की उम्मीद है।
मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को छह-छह उड़ानें संचालित की जाएंगी। इसके अलावा, रोमानिया के सुसेवा से भी उड़ानें संचालित की जाएंगी। एक अनुमान के मुताबिक, युद्धग्रस्त यूक्रेन में कुल 18,000 छात्र फंसे हुए हैं। हालांकि, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को कहा कि अब तक 12,000 भारतीयों को यूक्रेन से निकाला गया है, जो युद्ध से तबाह हो रहे देश में भारतीयों की कुल आबादी का 60 प्रतिशत है।