नई दिल्लीः जीएसटी अधिकारियों ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन के उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित आवास परिसर से 177 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी जब्त की। जीएसटी अधिकारियों का जैन के कन्नौज स्थित आवास और कारखाना परिसर में फिलहाल छापेमारी जारी है। डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) ने सोमवार को यह जानकारी दी। डीजीजीआई ने जारी एक बयान में कहा कि कारोबारी पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि रिहायशी परिसर से बरामद नकदी बिना जीएसटी के माल की बिक्री से जुड़ी है।
कानपुर कोर्ट में सुनवाई के बाद अमरीश टंडन, विशेष लोक अभियोजक, भारत सरकार ने इत्र व्यवसायी पीयूष जैन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। जैन को जीएसटी की धारा-132 के तहत जेल भेजा गया है। डीजीजीआई ने पीआईबी के जरिए एक विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि जैन के यहां कितना पैसा कहां से मिला है।
पीआईबी के अनुसार डीजीजीआई की अहमदाबाद यूनिट ने कानपुर में छापेमारी से कुल 177 करोड़ रुपये की बरामदगी की है। इसके अलावा एक दूसरे ठिकाने से 17 करोड़ रुपेय नकद मिला है, जो कुल मिलाकर 194 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 64 किलो सोना और 6 करोड़ रुपये मूल्य के 600 किलो चंदन के तेल की बरामदगी हुई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में 284 करोड़ रुपये जब्त होने की बात कही जा रही है।
उल्लेखनीय है कि डीजीजीआई अधिकारियों ने ओडोकेम इंडस्ट्रीज के भागीदार इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया है, जिसे कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। डीजीजीआई अहमदाबाद के अधिकारियों का जैन के कन्नौज स्थित आवास और कारखाना परिसर में फिलहाल छापेमारी जारी है।