अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने भारत को अमेरिकी कानून “काटसा ” की पाबंदियों से छूट की मांग की
नई दिल्ली: भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना सुर्खियों में हैं क्योंकि उन्होंने भारत के पक्ष में आगे आते हुए भारत को अमेरिकी कानून काट्सा के तहत लगाई जाने वाली संभावित पांबदियों से छूट देने की मांग की है।
काटसा कानून के तहत अमेरिकी सरकार ईरान, उत्तर कोरिया , वेनेजुएला या रूस से बड़ा लेनदेन करने वाले किसी भी देश जो उसका ट्रेड पार्टनर भी हो के खिलाफ पाबंदियां लगा सकता है। इस कानून को ‘काउंटरिंग अमेरिकन एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट’ (CAATSA) कहा जाता है। काटसा एक कठोर अमेरिकी कानून है। यह 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जे और 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कथित दखल के बाद बनाया गया था। इसका मकसद रूस से किसी अन्य देश को हथियारों की खरीद रोकना है।
अक्तूबर 2018 में भारत ने रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीद का समझौता किया था जिससे अमेरिका नाराज हो गया था क्योंकि उसने रूस को काटसा के तहत शत्रु देश घोषित कर रखा है। और ऐसे में अमेरिका चाहता है कि उसका कोई मेजर ट्रेड और डिफेंस पार्टनर रूस से वस्तुओं को न खरीदे। लेकिन तत्कालीन ट्रम्प सरकार की चेतावनी के बाद भी भारत ने रूस से पांच अरब डॉलर का एस यू 400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने का यह समझौता किया था। इसके तहत पहली खेप भारत को मिल भी चुकी है। अमेरिका तुर्की पर इसी सिस्टम की खरीद को लेकर पाबंदियां लगा चुका है।
गौरतलब है कि अमेरिका काटसा कानून के तहत अपने विरोधी देशों से हथियारों की खरीद के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कदम उठाता है। रूस से भारत ने एस-500 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने का निर्णय हाल के समय में लिया था जिसके चलते अमेरिका काट्सा अधिनियम के तहत कार्रवाई पर विचार कर रहा है और इसीलिए इस मामले में भारत का पक्ष लेते हुए रो खन्ना ने कहा है कि भारत को अपनी रक्षा जरूरतों के लिए भारी रूसी हथियार प्रणालियों की जरूरत है। इसलिए इस संक्रमण काल में उसे CAATSA के तहत प्रतिबंधों में छूट दी जाए।