US में मोदी की हुंकार– सर्जिकल स्ट्राइक से दिखाई ताकत, तीन साल रहे ‘बेमिसाल’
वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा पार आतंकवाद को प्रश्रय देने वालों को आगाह किया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने की सामथ्र्य रखता है और कोई भी उसे रोक नहीं सकता। श्री मोदी ने भारतीय समयानुसार कल देर रात यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए सीमा पार आतंकवादियों के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे दुनिया को समझ आ गया है कि भारत संयम रखता है लेकिन जरूरत पडऩे पर अपने सामथ्र्य का परिचय भी देता है। उन्होंने कहा कि हम विश्व के कानूनों से बंधे हुए हैं क्योंकि यह हमारा संस्कार और स्वभाव है, वसुधैव कुटुम्बकम छोटे शब्द नहीं हैं यह हमारे चरित्र में हैं। उन्होंने कहा कि भारत विश्व व्यवस्था का पालन करता है और हम इसे तहस नहस कर अपना धंधा जमाने वाला देश नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हुए अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के लिए तथा जनसामान्य की सुरक्षा, सुख शांति, प्रगति के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का सामथ्र्य रखते हैं। जब भी जरुरत पड़ी है हम ऐसे निर्णय लेते रहे हैं दुनिया हमें कभी भी रोक नहीं सकती।
सर्जिकल स्ट्राइक पर किसी ने नहीं उठाए सवाल
श्री मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसी घटना थी कि दुनिया चाहती तो हमारे बाल नोच देती, हमें कटघरे में खड़ा करती, हमसे जवाब मांगती हमारी आलोचना होती। लेकिन, पहली बार किसी ने भी इस पर एक भी सवाल नहीं उठाया। पाकिस्तान का नाम लिये बिना उन्होंने कहा जिन्हें भुगतना पड़ा उनकी बात अलग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह इसलिए हुआ क्योंकि हम दुनिया को यह समझाने में सफल रहे हैं कि आतंकवाद का कौन सा रूप भारत को तबाह कर रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया आतंकवाद से परेशान है और यह मानवता का दुश्मन बन गया है। बीस पच्चीस वर्ष पहले जब भारत आतंकवाद की बात करता था तो यह बात दूसरे देशों के गले नहीं उतरती थी और वह कहते थे कि यह कानून व्यवस्था की समस्या है। उन्होंने कहा कि इन देशों ने तब आतंकवाद को भुगता नहीं था आज उन्हें आतंकवाद समझाना नहीं पड़ता है आतंकवादियों ने उन्हें समझा दिया है।
तीन साल रहे ‘बेमिसाल’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार के तीन साल के काम को ‘बेमिसाल’ बताते हुए कहा कि देश तेज गति से आगे बढ़ रहा है और दुनिया में भारत को एक चमकते हुए सितारे के रूप में देखा जा रहा है। श्री मोदी ने भारतीय समयानुसार कल देर रात यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार पर तीन साल के दौरान कोई दाग नहीं लगा है जबकि पहले की सरकारें भ्रष्टाचार और बेइमानी से आम आदमी को नफरत होने के कारण बदलती रही हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार तेज गति से सही दिशा में नतीजे लाने वाले काम कर रही है और निर्णय समय पर लिए जा रहे हैं।
भारत दुनिया में उभरता सितारा
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों और कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा, “तीन साल बेमिसाल रहे हैं। और हम आने वाले हर पल देश को नयी ऊंचाईंयों पर ले जाने के लिए काम करते रहेंगे।” उन्होंने कहा कि सरकार के सुशासन और जनहित के कार्यों से देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी का हिन्दुस्तान बनाने की दिशा में भारत आर्थिक क्षेत्र में उदारतापूर्वक अपनी नीतियां बना रहा है। भारत को दुनिया में एक चमकते हुए सितारे के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में नवाचार, प्रौद्योगिकी और योज्ञता की अहमियत है। उन्होंने विदेशों में रह रहे भारतीयों को देश में निवेश करने और दूसरे माध्यमों से सहयोग देने का आह्वान करते हुए कहा कि उनके पास काफी सामथ्र्य है और यह बुद्धिधन एवं अनुभव धन अगर हिन्दुस्तान के काम आ सकता है तो इससे बड़ा अवसर कभी नहीं आएगा। श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह अमेरिका आए भारतीयों को यहां अनुकूल माहौल मिलने पर फलने-फूलने का मौका मिला उसी तरह अब सवा सौ करोड़ देशवासियों को अब हिन्दुस्तान में अनुकूल माहौल मिल रहा है और वे कुछ न कुछ करना चाहते हैं ताकि देश आगे बढ़े। उन्होंने प्रगति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पारदर्शिता आई है और भ्रष्टाचार रुका है। इस संदर्भ में उन्होंने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि रसोई गैस सिलेंडर और यूरिया में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना से करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार रुका है।
सुषमा स्वराज की विशेष रूप से प्रशंसा की
प्रधानमंत्री ने पिछले तीन साल के दौरान विदेश मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि इससे विदेशों में भारतीय मिशनों और दूतावासों के प्रति प्रवासी भारतीयों का नजरिया बदला है। विदेशों में रह रहे भारतीयों को अब यह चिंता नहीं होती कि विदेश में कुछ होने पर उनका क्या होगा बल्कि उन्हें अब यह विश्वास हो गया है कि भारतीय दूतावास उनके लिए कुछ न कुछ करेगा। इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की विशेष रूप से प्रशंसा भी की।