नई दिल्ली: देश ने हाल ही में कोरोना वायरस की वैक्सीन के 100 करोड़ डोज देने की उपलब्धि हासिल की है। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में सभी राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक टीकाकरण में तेजी लाने के लिए हो रही है। जिसमें उन लोगों को लेकर बात होगी जिनकी दूसरी खुराक लंबित है।
तारीख निकले के बाद भी वे लेने नहीं गए हैं और जिन्होंने अभी तक अपनी पहली खुराक ही नहीं ली है। सूत्रों के अनुसार, बैठक इसलिए बुलाई गई है क्योंकि सरकार कोविड-19 टीकाकरण की दूसरी खुराक लंबित होने को लेकर चिंतित है। सूत्रों ने कहा कि देश में करीब 11 करोड़ लोग, जो दूसरी खुराक के लिए पात्र हैं, उन्होंने टीकाकरण केंद्रों पर टीके उपलब्ध होने के बावजूद इसे नहीं लिया है। सूत्रों ने कहा कि बुधवार की बैठक का उद्देश्य सभी राज्यों को मिशन मोड में टीकाकरण के लिए प्रेरित करना है।
राज्यों को विभिन्न टीकाकरण अभियानों को प्रोत्साहित करने और प्रधानमंत्री के ‘सभी के लिए टीकाकरण’ के दृष्टिकोण को बनाए रखने के लिए भी कहा जाएगा। भारत ने 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीकाकरण का ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल किया है। सरकार की प्राथमिकता अब उन लोगों के बीच की खाई को पाटना है जिन्होंने अपनी दूसरी खुराक प्राप्त की है और जो पूरी तरह से प्रतिरक्षित हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान में 86 लाख से अधिक लोग दो खुराक के बीच अधिकतम समय अंतराल पूरा होने के बावजूद दूसरा टीका लगवाने नहीं आए। राज्य में 25 अक्टूबर 2021 तक 69 लाख 90 हजार 464 लोगों ने कोविशील्ड की दूसरी डोज नहीं ली। ऐसे ही 16 लाख 48 हजार 815 ने को-वैक्सिन का दूसरा टीका नहीं लगवाया। कोरोना मामले कम होने के बाद लोगों में कोरोना का डर खत्म हो चुका है। लेकिन त्योहारों के मौसम ये चूक भारी पड़ सकती है।