नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार उसी तरह से बढ़ रही है जिस तरह से यह कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ी थी. आज छह जनवरी को विभिन्न राज्यों द्वारा जो आंकड़े अभी तक जारी किये गये हैं उसके अनुसार कोरोना संक्रमण के मामले 90 हजार से अधिक हो गये हैं. सबसे अधिक केस महाराष्ट्र में हैं जहां संक्रमितों का आंकड़ा 36 हजार के पार है. केरल, दिल्ली और तमिलनाडु में भी केस बहुत ज्यादा आये हैं. दिल्ली में तो संक्रमण दर 15 प्रतिशत से ज्यादा है. वहीं महाराष्ट्र में केवल मुंबई में 20 हजार से अधिक मामले सामने आये हैं.
सुबह जब पूरे देश का आंकड़ा जारी होगा तो कहना ना होगा कि यह आंकड़ा एक लाख के पार चला जायेगा. कोरोना की यह रफ्तार डराने वाली तो है ही, यहां सबसे बड़ी चिंता यह है कि कोरोना के लक्षण दूसरी लहर की तरह गंभीर ना हों. अगर कोरोना संक्रमण के लक्षण दूसरी लहर की तक घातक हुए तो पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था धराशायी हो सकती है, क्योंकि इस बार कई डाॅक्टर भी कोरोना पाॅजिटिव हो चुके हैं और इतनी बड़ी संख्या में डाॅक्टरों का संक्रमित होना बहुत ही चिंता की बात है.
ओडिशा में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के ओमिक्राॅन वैरिएंट की वजह से एक महिला की मौत का मामला सामने आया है. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि महिला की मौत ओमिक्राॅन वैरिएंट से हुई है या मौत की वजह कुछ और है. महिला की आयु 45 साल थी और महिला ओमिक्राॅन से संक्रमित थी.
तमिलनाडु के परिवार कल्याण मंत्री एम सुब्रमण्यम ने आज कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रोन वैरिएंट सुनामी की लहर की तरह फैल रहे हैं. मंत्री ने लोगों से महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के साथ-साथ टीकाकरण कराने की भी अपील की.
वहीं आज एम्स के डायरेक्टर डाॅ रणदीप गुलेरिया से आम लोगों से कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करने को कहा. उन्होंने कहा कि सभी मास्क का प्रयोग करें, भीड़ में जाने से बचें और बार-बार हाथ धोएं. उन्होंने कहा कि हमें बहुत ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि कोरोना के लक्षण बहुत गंभीर नहीं हैं.