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पश्चिम बंगाल: CM ममता की बढ़ी मुश्किलें, पार्थ चटर्जी को लेकर TMC में बजे विद्रोह के बिगुल

नई दिल्ली. जहां एक तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता (Mamta Banerjee) के करीबी और मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) कि परेशानियां कम होते नहीं दिख रही हैं। वहीं अब खुद TMC भी पार्थ चटर्जी से किनारा करने को देख रही है।

दरअसल TMC के महासचिव कुणाल घोष ने ट्वीट कर कहा कि, “पार्थ चटर्जी को तुरंत मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाना चाहिए। उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए। अगर इस बयान को गलत माना जाता है, तो पार्टी को मुझे सभी पदों से हटाने का पूरा अधिकार है।”

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने​​​​ बीते बुधवार को एक बार फिर अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित फ्लैट पर छापा मारा जिसमें और भी ज्यादा नगदी (Cash) मिली है। जी हाँ बुधवार को हुई छापेमारी में अब तक 29 करोड़ रुपए मिल हैं, जिन्हें लेकर ED के ऑफिसर्स निकल चुके हैं।

कल नगदी गिनने के लिए बाकायदा फिर से तीन मशीनें लगाई गई थी। इसके अलावा बड़ी मात्रा में यहां से ज्वेलरी भी मिली है। सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता के सेल्फ से तीन किलो सोना जब्त किया गया है। इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ के आसपास है। कुल मिलाकर अब तक 41 करोड़ कैश और ढाई करोड़ की ज्वेलरी कि जब्ती की जा चुकी है।

ED से मिली जानकारी के अनुसार, अर्पिता मुखर्जी 12 से ज्यादा अवैध कंपनियां चला रही थी। इस पर अधिकारी ने कहा, “हमें अर्पिता के जोका स्थित फ्लैट से दस्तावेज़ मिले हैं जो संकेत देते हैं कि वह आर्थिक हेरफेर के लिए कई मुखौटा कंपनियों का संचालन कर रही थी। हमारे पास ऐसी 12 कंपनियों के दस्तावेज़ हैं। ओडिशा और तमिलनाडु के लोगों की संलिप्तता हो सकती है। इनके बारे में हमारा मानना है कि उन्होंने पैसे को इधर-उधर किया है।”

वहीं बीते मंगलवार को ED ने अर्पिता मुखर्जी और मंत्री पार्थ चटर्जी को अदालत में पेश किया था। जहां अदालत ने मुखर्जी को 13 और चटर्जी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जिसके तहत दोनों आरोपी अब 3 अगस्त तक जांच एजेंसी की गिरफ्त में ही रहेंगे।

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