ग्वालियरः मध्य प्रदेश, यूपी समेत पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में आ चुका है। पारा लगातार नीचे खिसक रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर सहित उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश के ग्वालियर सहित पूरे प्रदेश में नजर आ रहा है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट के साथ ठंड (cold) का प्रकोप बढ़ गया है। शनिवार को चार डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ ग्वालियर, दतिया, नौगांव सबसे ठंडे रहे। जबकि यूपी के झांसी का तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया और ये प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा।
मौसम के जानकारों की मानें तो दिसंबर की ठंड (cold) इस बार पिछले चार साल का रिकॉर्ड तोड़ रही है। ग्वालियर में पिछले दिनों पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादल छाए रहने की वजह से ठंड से राहत थी लेकिन बीते शुक्रवार से मौसम साफ होते ही उत्तर भारत से बर्फीली हवाएं आना शुरू हो गई हैं। इसी क्रम में शनिवार को भी मौसम साफ रहा और धूप भी निकली लेकिन दिन भर छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तरी सर्द हवाएं चलती रहीं जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया। सूर्यास्त के बाद ठंड का असर और ज्याद नजर आया।
स्थानीय मौसम विज्ञानी सीके उपाध्याय का कहना है कि चूंकि उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं आ रही हैं। इसके चलते अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की और गिरावट हो सकती है। चूंकि मौसम को प्रभावित करने वाली फिलहाल कोई मौसम प्रणाली बनने की संभावना नहीं है इसलिए तीन से चार दिन तक कड़ाके वाली ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
उत्तरी सर्द हवाओं के असर से ग्वालियर शहर में पिछले 24 घंटे में ही न्यूनतम तापमान में 6.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री गिरावट के साथ 4.2 डिग्री सेल्सियस पर ही थम गया जो औसत से 3.7 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 4.1 डिग्री सेल्सियस कम है। पिछले सालों के आंकड़े देखें तो दिसम्बर के तीसरे सप्ताह में यानी 19 दिसम्बर 2017 को न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हालांकि पूरे दिसम्बर माह की बात करें तो 29 दिसंबर 2020 को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस पर चला गया था।