WHO के चीफ डॉक्टर ने चेताया- ओमिक्रॉन का XBB वैरिएंट फिर ला सकता है कोरोना की लहर
नई दिल्ली : ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट एक्सबीबी की दस्तक के साथ ही देश में कोरोना महामारी को लेकर खौफ फिर बढ़ने लगा है। त्योहारी सीजन से कुछ समय पहले ही नए वैरिएंट की पहचान को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट मोड पर है। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट एक्सबीबी कुछ देशों में संक्रमण के साथ कोरोना की नई लहर लाया है। भारत में कोरोना का यह वैरिएंट तबाही मचाएगा या नहीं?
महाराष्ट्र के पुणे में ओमिक्रॉन के एक्सबीबी वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इस वैरिएंट की पहचान सिंगापुर में हुई थी। दीपावली से पहले कोरोना के नए सब वैरिएंट की दस्तक ने भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि जितना हो सके, कोरोना नियमों का पालन करें और भीड़-भाड़ से बचें। डब्ल्यूएचओ के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने भी माना है दुनिया के जिन-जिन हिस्सों में यह वैरिएंट पाया गया, वहां कोरोना की नई लहर देखी गई।
सौम्या ने आगे बताया कि इस वैरिएंट के साथ कोरोना केसों में बढ़ोत्तरी निसंदेह देखी गई लेकिन, मौत और अस्पताल में भर्ती होने की स्पीड उतनी नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक, किसी भी देश से ऐसा डेटा प्राप्त नहीं हुआ है कि ये नए वैरिएंट चिकित्सकीय रूप से अधिक गंभीर हैं।
सौम्या ने कहा कि “ओमिक्रॉन के 300 से अधिक उपप्रकार हैं। मुझे लगता है कि जो अभी संबंधित है वह एक्सबीबी है। यह एक पुनः संयोजक वायरस है। हमने इससे पहले भी इस तरह के वायरल देखे हैं। यह वायरस आपकी एंटीबॉडी को खत्म कर देता है। इसका असर इतना है कि संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है और कोरोना की नई लहर ला सकता है।”
उन्होंने कहा, “हमें निगरानी और इसे ट्रैक करना जारी रखने की आवश्यकता है। हमने देखा है कि कोरोना परीक्षण कई देशों में कम हो गया है। पिछले कुछ महीनों में जीनोमिक निगरानी भी कम हो गई है। लगातार परीक्षण और कोरोना महामारी के प्रति सचेत रहकर ही हम इस वारयस को गंभीर परिणामों से पहले रोक सकते हैं।”