वाराणसी

पत्नी का दावा, मानसिक रूप से स्वस्थ था मुर्तजा अब्बासी

विदेशी सिम कार्ड के जरिए आतंकी संगठनों से संपर्क के भी आरोप
यूट्यूब पर देखता था आईएसआईएस और सीरिया की लड़ाई

सुरेश गांधी

वाराणसी : एक तरफ जांच एजेंसियां मुर्तजा के आतंकी कनेक्शन खंगालने में जुटी है तो दुसरी तरफ सपा मुखिया अखिलेश यादव उसके बचाव में जुट गए है। जबकि जांच एजेंसियों की मानें तो वह दिमागी रूप से बीमार नहीं, बल्कि शातिर है। इसकी गवाही मुतुर्जा की जौनपुर की तलाकशुदा पत्नी खुद दे रही है। उसकी पत्नी ने एटीएस को बताया कि मुर्तजा की माननसिक पूरी तरह ठीक है। मुर्तजा के ससुर रहे मुसफुरुल हक ने बताया कि शादी के बाद एक बार ही वह घर पर आया था। उसकी मां मेरी बेटी को परेशान करती थी, और भी कई वजहें हैं, जिससे रिश्ते में दरार पड़ गई और बेटी ने तलाक ले लिया था। इसके बाद परिवार के लोगों ने उससे नाता तोड़ लिया था। उधर, सूत्रों की मानें तो उसने 28 डॉलर (वर्तमान में 2113 रुपए) में विदेशी सिम कार्ड खरीदा था। इसी नंबर और चैट बॉक्स के जरिए आतंकी संगठनों से संपर्क के भी आरोप सामने आ रहे हैं। एटीएस के अफसरों का मानना है कि मुर्तजा शॉर्प माइंड है और उसका ब्रेन वॉश किया गया है. इस हमले के आरोपी मुर्तजा अब्बासी के घर देर रात हुई छापेमारी में एक एयरगन भी मिली है। बताया जा रहा है कि मुर्तजा घर की छत पर ही एयरगन से निशानेबाजी सीख रहा था। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मुर्तजा ने जवानों पर हमला कर उनके हथियार से ही अंधाधुंध फायरिंग की योजना बनाई थी। शाम के वक्त में मंदिर में लोगों की भीड़ काफी रहती है. ऐसे में इस आशंका के एंगल से भी जांच आगे बढ़ रही है।

बताया जा रहा है कि अहमद मुर्तजा अब्बासी पढ़ाई के दौरान ही आईएसआईएस और सीरिया की लड़ाई को यूट्यूब पर देखने लगा था। नेपाल से हुए किसी कथित ट्रांजेक्शन की बात भी सामने आई है, जिसको लेकर जांच की जा रही है। अफसरों का मानना है कि वह मानसिक बीमार होने का ढोंग रच रहा है, क्योंकि तमाम सवालों के जवाब बेहद शातिराना ढंग से कानूनी दांवपेच को समझते हुए दे रहा है। सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा कुछ महीने पहले देवबंद गया था। एटीएस ने वहां से दो लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा सहारनपुर, कानपुर, लखनऊ और अन्य शहरों से भी कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही मुर्तजा की चार बैंक डिटेल भी जांच एजेंसियों के हाथ लगी है।

बैंक, प्लेटिनम फेडरल बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक के एक अन्य खाते के अलावा कुछ और खातों की भी जानकारी मिली है। आशंका है कि इन्हीं खातों से रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। एटीएस मुर्तजा को स्लीपर सेल का एक हिस्सा मान रही है। इसलिए इसे क्रैक कर पूरी कड़ी सामने लाने का प्रयास है। इस मामले की जांच कर रही एजेंसियों के मुताबिक, मुर्तजा से शुरुआती पूछताछ और उसके लैपटॉप, मोबाइल के डेटा से मिली जानकारी के मुताबिक सोशल मीडिया पर वह अकसर कट्टरपंथी विचारों वाले वीडियो देखता था। मुर्तजा इंटरनेट पर सीरिया में सिर कलम करने, अमेरिका में 9/11 हमले और पश्चिमी देशों में आतंकियों के लोन वुल्फ़ अटैक के वीडियो देखता था। जांच एजेंसियों का मानना है कि इन्हीं वीडियो और भड़काऊ भाषणों से मुर्तजा का ब्रेनवाश हो चुका था और वो एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार था. बता दें कि आरोपी मुर्तजा ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के साउथ गेट पर रविवार शाम को मंदिर के बाहर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. इस हमले में दोनों जवान घायल हो गए थे. जिसके बाद हमलावर मुर्तुजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. गौरतलब है कि गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ के महंत हैं।

आरोपी मुर्तजा केमिकल इंजीनियर है
मुर्तजा ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी. उसके बाद उसने दो कंपनियों में नौकरी भी की। 2015 में इंजीनियरिंग पास करने के बाद उसने पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम किया और फिर एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में काम किया. वहीं पूछताछ के दौरान जांच एजेंसियों को पता चला है कि मुर्तजा पिछले कुछ समय से आईएसआईएस से जुड़े वीडियो लगातार देख रहा था। वह कट्टरपंथी मौलाना जाकिर नाइक के भाषणों को भी सुनता था।

कुछ अनसुलझे सवाल
यूपी पुलिस की जांच में किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। गोरखनाथ मंदिर में ’अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे लगाते हुए घुसने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी के तार किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना के बाद यूपी एटीएस ने जिन आरोपियों को हिरासत में लिया है, उनमें से एक अंसार गजवा-तुल-हिंद नाम के आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। बीते साल यूपी पुलिस ने इस आतंकी संगठन से जुड़े दो आरोपियों को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। गोरखनाथ मंदिर पर हमला सीएम योगी आदित्यनाथ के इस मंदिर के ’मठाधीश’ होने के चलते बड़ी घटना मानी जा सकती है। सुरक्षा एजेंसियों को अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर से गोरखनाथ मंदिर का नक्शा, ऊर्दू से मिलती-जुलती भाषा की एक किताब जैसी कई चीजें बरामद हुई हैं। जो इस घटना के पीछे कहीं न कहीं आतंकी संगठन के जुड़ाव की दिशा की ओर इशारा कर रही हैं।

पहले से ही यूपी पुलिस की रडार पर था मुर्तजा!
हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के पिता मुनीर अहमद अब्बासी के बयान पर नजर डालें, तो साफ है कि वह (मुर्तजा) पहले से ही यूपी पुलिस की रडार पर था। मुर्तजा के पिता एमए अब्बासी ने दावा किया कि दो अप्रैल को घर पर लखनऊ नंबर वाली बाइक से दो लोग आए थे। उन लोगों ने मुर्तजा अब्बासी के बारे में पूछताछ की थी। हालांकि, इस दौरान पिता और बेटा दोनों ही घर में मौजूद नहीं थे। और, इन लोगों की मुलाकात मुनीर अहमद के बड़े भाई से हुई थी। जिनसे पता चला था कि सादी वर्दी में पुलिस वाले आए थे और मुर्तजा को तलाश रहे थे। उन लोगों ने 35 लाख रुपये से जुड़े किसी मामले की बात की थी। हालांकि, कागजात मांगे जाने पर उन लोगों ने मुर्तजा को बुलाने की बात कही। और, चले गए। गाड़ी नंबर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जिनकी पहचान यूपी एटीएस से जुड़े लोगों के तौर पर हुई है। दरअसल, मुर्तजा अब्बासी 21 महीनों से यूपी एटीएस के रडार पर था। मुंबई गई यूपी एटीएस की टीम को पता चला है कि जिस पते पर मुर्तजा का आधार कार्ड बना है, उसे 2013 में ही बेच दिया था। और, नवी मुंबई में दूसरा फ्लैट खरीद कर रह रहा था। मुर्तजा खाड़ी देशों में कुछ रकम ट्रांसफर करने के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर था। फ्लैट की खरीद-फरोख्त मुर्तजा के पिता मुनीर अहमद ने ही की थी।

साजिश का शक कैसे बढ़ा?
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर धारदार हथियार से हमला कर घायल करने वाले मुर्तजा अब्बासी के घर की तलाशी में सुरक्षा एजेंसियों ने कई सबूत जुटाए हैं। यूपी एटीएस ने मुर्तजा के बैग से एक मजहबी किताब बरामद की है, जो संभवतः अरबी भाषा में लिखी है। इसी किताब में सुरक्षा एजेंसियों को गोरखनाथ मंदिर का नक्शा भी मिला था। वहीं, मुर्तजा के लैपटॉप से भारत से बैन हो चुके इस्लामिक कट्टरपंथी और धर्मांतरण का रैकेट चलाने के आरोपी जाकिर नाइक के कई वीडियो मिले हैं। बताया जा रहा है कि मुर्तजा लंबे समय से जाकिर नाइक के वीडियो देख रहा था। इतना ही नहीं, मुर्तजा पुलिस के आने की खबर मिलने पर नेपाल चला गया था।

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