उत्तर प्रदेशलखनऊ

दीन दुखियों के मसीहा बनकर उभरे योगेंद्र सिंह


पुरवा-उन्नाव: पुरवा तहसील क्षेत्र के ब्लाक हिलौली की ग्राम पंचायत गुलरिहा के इस शख्स का नाम लोगो की जुबान पर आ रहा है।कोरोना महामारी ने जहां एक ओर पूरे विश्व में भय का माहौल बना दिया है। वहीं इस संकट की घड़ी में जनपद के तमाम ऐसे चेहरे सामने आ रहे हैं। जो बिना किसी प्रचार-प्रसार के लालच में आए जरूरतमंदों और गरीबों की मदद कर रहे हैं। इनमें से कई ऐसे लोग भी हैं जो सामान्य आमदनी होने के बावजूद दर्जनों परिवारों को पेट भरने के लिए राशन उपलब्ध करा रहे हैं।

ऐसा ही एक नाम योगेंद्र सिंह उर्फ़ भोले सिंह का भी है। विकासखंड हिलौली के ग्राम पंचायत गुलरिहा में रहने वाले मालती सिंह व हरिश्चंद्र सिंह के पुत्र योगेंद्र सिंह उर्फ भोले वैसे तो विगत कई वर्षों से जरूरतमंदों की सेवा करते आ रहे हैं। वह गरीब परिवार के कन्याओं की शादी में मदद करने के अलावा जरूरतमंदों को उपचार आदि के लिए भी आर्थिक मदद देने का काम करते रहे हैं। इधर लॉक डाउन घोषित होने के बाद उन्होंने मदद का जो संकल्प लिया वह काबिले तारीफ है।

अपने माता-पिता से मिले संस्कारों के चलते व्यवसाय में निरंतर प्रगति की ओर ईंट भट्ठा तथा पेट्रोल पंप का संचालन करते हुए उससे होने वाली आय में से अब तक लगभग कई सैकड़ा परिवारों को वे राशन सामग्री उपलब्ध करा चुके हैं। भोले सिंह बताते हैं कि वह क्षेत्र के लोगों से टेलीफोन पर संपर्क कर गरीब परिवारों की खोज करते हैं तथा उन्हें अपने संसाधनों से राशन सामग्री मुहैया कराते हैं। वैसे तो समाज सेवा के लिए संस्कार भोले सिंह को उनके दादा दादी से मिले थे। इन्हें संकट की इस घड़ी में उन्होंने विस्तृत रूप दिया।

भोले सिंह लाकडाउन चलते रहने तक जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध कराते रहने और सामर्थ्य रहने तक गरीबों की मदद करते रहने के लिए संकल्पित भोले सिंह द्वारा की जा रही समाज सेवा की पूरे क्षेत्र में चर्चा है। महज 36 वर्ष की उम्र के भोले के परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी व एक बेटी है। सम्मिलित परिवार होने के कारण चाचा चाची व दादा दादी भी साथ ही रहते हैं। भोले सिंह बताते हैं कि इस सेवा कार्य मे उन्हें पूरे परिवार का सहयोग मिलता है। जरूरतमंदों की मदद करने से जो दुआएं उन्हें मिलती है।वह जीवन के हर कदम पर ताकत देती हैं।

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