अगस्ता के वकील का बड़ा दावा- सोनिया के खिलाफ गवाही देने का बनया जा रहा है दबाव
अगस्ता वेस्टलैंड VVIP हेलिकॉप्टर डील का मामला एक बार फिर चर्चा में है. इस डील के दौरान कथित रिश्वतखोरी में अहम भूमिका निभाने वाले संदिग्ध क्रिश्चन मिशेल की वकील रोसमैरी पैट्रिजी और बहन साशा ओजेमैन ने सनसनीखेज दावे किए हैं.
इन दोनों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जांच अधिकारी मिशेल से झूठे कबूलनामे पर दस्तखत लेने की कोशिश कर रहे हैं. मिशेल की वकील और बहन का आरोप है कि ये झूठा कबूलनामा लेने की कोशिश की जा रही है कि जिस वक्त हेलिकॉप्टर डील हुई थी, तब मिशेल की यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से निजी तौर पर पहचान थी.
वकील के दावे के मुताबिक मिशेल से भारतीय अधिकारियों ने ये भी कहा कि अगर वो कबूलनामे के दस्तावेज पर दस्तखत कर देता है तो उसे कैद से आजादी मिल जाएगी. मिशेल की वकील पैट्रिजी ने मिलान से और उसकी बहन ओजेमैन ने इंग्लैंड से अलग-अलग इंटरव्यू में ये दावे किए.
ईडी की चार्जशीट में मिशेल का नाम
ब्रिटिश नागरिक मिशेल पर अगस्ता वेस्टलैंड रिश्वतखोरी घोटाले में 6 करोड़ यूरो की दलाली में अहम भूमिका निभाने का आरोप है. जांचकर्ताओं के मुताबिक 1997 से 2013 के बीच मिशेल ने भारत के 300 दौरे किए थे. ईडी की ओर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अदालत में दाखिल चार्जशीट में नामजद बिचौलियों में क्रिश्चन मिशेल का नाम भी शामिल है. मिशेल एक महीने से भी ज्यादा समय से दुबई में हिरासत में है.
क्या कहा मिशेल की वकील ने
पैट्रिजी ने कहा, ‘मैं इतना कह सकती हूं कि मिशेल का मई में भारतीय और यूएई के अधिकारियों के साथ दो बार सामना हुआ था. इस साल जांचकर्ता दुबई में मिशेल से पूछताछ करने के लिए गए. असल में जांचकर्ता मिशेल के दस्तखत चाहते थे. वो चाहते थे कि मिशेल उन बातों की पुष्टि कर दे जो असल में सच नहीं थीं. उनके मुताबिक मिशेल ने कहा कि नहीं, मैं इस पर दस्तखत नहीं करूंगा.’ पैट्रिजी ने दावा किया कि इसके बाद वे (जांचकर्ता) भारत वापस चले गए और मिशेल को गिरफ्तार कर लिया गया.
सोनिया गांधी से संपर्क का बनाया गया दवाब
पैट्रिजी के मुताबिक उनके मुवक्किल पर दवाब डाला गया कि अगर रिहाई चाहिए तो इकबालिया बयानों पर दस्तखत कर दे. पैट्रिजी ने आरोप लगाया कि मिशेल पर यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से संपर्क होने की बात कबूलने के लिए ‘दबाव’ डाला गया था. हालांकि मिशेल की ओर से सोनिया गांधी से कोई संपर्क होने का हमेशा खंडन किया जाता रहा है.
पैट्रिजी के मुताबिक मिशेल की ओर से हमेशा यही कहा गया, ‘मैंने कोई रिश्वतखोरी नहीं की. मैंने कभी नहीं देखा, मैं सोनिया गांधी से कभी नहीं मिला.’ पैट्रिजी ने कहा, ‘यही है वो जो मिशेल की ओर से हमेशा कहा गया. यही सच है. ये संभव है कि अधिकारी मिशेल पर ऐसा कुछ कबूल कराने के लिए दबाव डाल रहे हों जो सच नहीं है. क्योंकि वो कोई सबूत नहीं ढूंढ पाए, वो इसलिए क्योंकि कोई सबूत है ही नहीं.’
ऐसे बनाया गया दबाव
पैट्रिजी से जब ये पूछा गया कि क्या मिशेल को कथित कबूलनामे वाले दस्तावेज पर दस्तखत के बदले निश्चित रूप से हिरासत से आजाद किए जाने की गारंटी दी गई थी, तो उन्होंने ‘हां’ में जवाब दिया. इतालवी नागरिक पैट्रिजी ने कहा, ‘हां, वे मिशेल से ऐसा ही कहलवाना चाहते थे.’पैट्रिजी ने कहा, ‘लेकिन वो (मिशेल) उन दस्तावेज पर दस्तखत नहीं कर सकते थे क्योंकि वो कभी श्रीमती गांधी से मिले ही नहीं और इसलिए भी क्योंकि रिश्वतखोरी का कोई सबूत नहीं है. रिश्वतखोरी नहीं हुई.
सोनिया गांधी नहीं…इसका सवाल नहीं…उन्होंने (जांचकर्ताओं) ने मिशेल से जो कहा वो ये था- अगर तुम ये कहते हो कि तुम सोनिया गांधी से मिले थे, तुम्हारा उनसे कोई जुड़ाव था, इस दस्तावेज पर दस्तखत कर दो फिर तुम आजाद होगे.’ पैट्रिजी के मुताबिक यही था जो वो (जांचकर्ता) मिशेल से चाहते थे जो मिशेल ने नहीं किया.
क्या है मिशेल की बहन के दावे
इंग्लैंड से मिशेल की बहन ओजेमैन ने भी जो कहा वो पैट्रिजी के दावों से मिलताजुलता ही था. ओजेमैन ने कहा, ‘वे चाहते थे कि मिशेल कबूले कि सोनिया गांधी को जानता है. जो कि वो नहीं जानता था. वो चाहते थे कि मिशेल स्वीकार करे कि वह इन लोगों की मदद कर रहा था.
ओजेमैन ने कहा, जांचकर्ता मिशेल से वो सब कबूल कराना चाहते थे, लेकिन वो सच नहीं था. इसलिए उसने इनकार किया. इसलिए वो उसे कैद में रखे हुए हैं.मिशेल कहना है कि ये भारतीयों की ओर से किया जा रहा है. उसने यूएई का जिक्र नहीं किया. ओजेमैन ने आरोप लगाया कि उनके भाई को 40 दिन पहले हिरासत में लिया गया था.
प्रत्यर्पण के लिए 1 साल से कोशिश
भारत की ओर से मिशेल के यूएई से प्रत्यर्पण के लिए बीते एक साल से कोशिश की जा रही है. मिशेल पर रद्द हो चुके 36,00 करोड़ रुपए के हेलिकॉप्टर कॉन्ट्रेक्ट में रिश्वतखोरी में अहम भूमिका का आरोप है. ईडी ने अपनी चार्जशीट में 34 लोगों और कंपनियों को नामजद किया है. इनमें पूर्व वायु सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी का भी नाम है.
इनके अलावा चार्जशीट में इटली स्थित डिफेंस ग्रुप (पूर्व में फिनमेकेनिका) के पूर्व सीईओ गिउसेप्पे ओरसी और इस ग्रुप की हेलीकॉप्टर यूनिट अगस्ता वेस्टलेंड के पूर्व हेड ब्रुनो स्पेगनोलिनी के नाम भी हैं. इस साल जनवरी में इटली की अपील कोर्ट ने ओरसी और स्पैगनोलिनी को पुख्ता सबूतों के अभाव में भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर दिया था. भारत ने 2013 में हेलिकॉप्टर कॉन्ट्रेक्ट को रद्द कर दिया था.
इस मामले की जानकारी रखने वाले ईडी के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा, ‘जांच से खुलासा हुआ कि अगस्ता वेस्टलैंड की ओर से घूस दो अलग अलग चैनलों से दी गई. एक चैनल को बिचौलिया क्रिश्चन मिशेल जेम्स की ओर से हैंडल किया जा रहा था. दूसरा चैनल कार्लो गेरोसा और गुइडो हेश्के की ओर से देखा जा रहा था.’
जांचकर्ताओं के मुताबिक गेरोसा और हैश्के ने पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी के रिश्तेदारों के साथ साठगांठ कर ऑडिटर्स और सॉलिस्टर्स के साथ घूस के पैसे की लॉन्ड्रिंग की. बुधवार को सीबीआई सूत्रों ने पुष्टि की कि जांच एजेंसी के अधिकारी और के अधिकारी यूएई गए थे और मिशेल के प्रत्यर्पण के लिए कोशिश की गई. हालांकि सूत्रों ने मिशेल की हिरासत पर कोई टिप्पणी पर कमेंट से इनकार किया.