अब मृत शरीर पर नहीं चढ़ाएंगे कपड़े, श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भेंट किए पौध
बैतूल। मृत शरीर पर कपड़े चढ़ाना तथ्यपरक नहीं है इससे आत्मा को शांति नहीं मिलती है और न ही समाज का विकास होता है। आज इसी बात पर किराड समाज के लोगों द्वारा ग्राम ताईखेड़ा में इसे पूर्णतः बंद करने पर सहमति प्रदान की गई। ग्राम ताईखेड़ा में नामदेव खाकरे की धर्म पत्नी नर्मदी बाई के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में समाज के लोंगों द्वारा इस कुप्रथा को मिटाने के लिए एकजुट होने का आव्हान किया। इस अवसर पर विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने कहा कि पौधे भेंट करने से पर्यावरण के प्रति जागरूकता के साथ-साथ हरियाली युक्त वातावरण का निर्माण होगा।
समाज संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री मदनलाल डढोरे ने कहा कि इसके लिए हमें गांव-गांव में जाकर जन जाग्रति के माध्यम से समाज के विचारों को बदलकर विकास किया जा सकता है। कार्यकम में आसपास के गांव से अनेक सामाजिक बंधुओं ने उपस्थित होकर निर्णयों का स्वागत किया। इस मौके पर तुकाराम सूर्यवंशी, रामदीन खाकरे, घनश्याम धाकड, तुलसीदास पटेल, हेमराज सोलंकी, बबलू सोलंकी, मदनलाल डढोरे, रामदयाल सोलंकी, सावन डढोरे, दिलीप खाकरे, आजाद सिंह ठाकुर, हरिराम खंडाईत सहित अनेक लोगों ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
मंदिर निर्माण के लिए दान दी राशि
स्व. नर्मदी बाई खाकरे के परिजनों ने मृत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शेष बची राशि गांव के मंदिर निर्माण के लिए भेंट की। समाज के मदनलाल डढोरे ने कहा कि मंदिर के लिए दान राशि से मंदिर निर्माण कर स्व. श्रीमती खाकरे के परिजनों के इस नेक काम को समाज कभी नहीं भुला पाएगा।