कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पतंगराव कदम का निधन हो गया है। गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे कदम 72 वर्ष के थे। उनका कुछ समय से मुंबई के लीलावती अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। उनकी मौत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। वह अपने पीछे बेटे विश्वजीत कदम को छोड़ गए हैं।
बता दें कि विश्वजीत कदम युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। उन्होंने 2014 के आम चुनाव में पुणे सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि वह हार गए थे। जब पतंगराव कदम का इलाज चल रहा था तब कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उनसे मिलने पहुंचे थे। सोनिया गांधी भी उनसे मिलने पहुंची थीं। वह लीलावती अस्तपाल में आईसीयू में भर्ती थे। जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी।
कदम पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले में निम्न मध्य वर्गीय परिवार में 8 जनवरी, 1944 को पैदा हुए थे। उन्होंने स्नातकोत्तर और एलएलबी की पढ़ाई की थी। कदम 4 बार विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने कांग्रेस राकांपा सरकार में सहकारिता एवं वन जैसे अहम विभागों का कामकाज संभाला। वह महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष पद पर भी रहे।