कोलकाता। पश्चिम बंगाल की विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास पर फिल्में बनाने वाली 26 वर्षीय अश्विका कपूर वाइल्डस्क्रीन पांडा अवार्ड की विजेता घोषित की गई हैं। उन्हें सिरोक्को नामक एक काकापो तोते पर फिल्म बनाने के लिए यह अवार्ड दिया गया है, जिसे ग्रीन ऑस्कर अवार्ड के नाम से भी जाना जाता है। कपूर को ब्रिटेन के ब्रिस्टोल शहर में शुक्रवार को उनकी 15 मिनट की फिल्म ‘सिरोक्को-हाउ अ डुड बीकेम अ स्टड’ के लिए वाइल्डस्क्रीन फेस्टिवल में ग्रीन ऑस्कर अवार्ड दिया गया। काकापो प्रजाति के तोते अति विलुप्तप्राय पक्षी हैं, जो मूल रूप से न्यूजीलैंड में पाए जाते हैं। सिरोक्को पर बनी फिल्म की कहानी उसके बुरे दिनों के अच्छे दिन में बदलने की कहानी है। कपूर ने फेसबुक पर शुक्रवार को लिखा, ”चमत्कार भी होते हैं। मैं ग्रीन ऑस्कर लेकर घर लौट रही हूं।” कपूर ने कोलकाता से स्कूली और कॉलेज की शिक्षा पूरी करने के बाद न्यूजीलैंड की युनिवर्सिटी ऑफ ओटेगो से विज्ञान एवं प्राकृतिक इतिहास फिल्म निर्माण में स्नातक की डिग्री ली थी। उन्हें आईकन फिल्म्स न्यूकमर अवार्ड श्रेणी के तहत यह अवार्ड दिया गया है। इससे पहले ग्रीन ऑस्कर अवार्ड वन्यजीव फिल्मकार एवं संरक्षणवादी माइक पांडे, द बेदी ब्रदर्स (अजय बेदी, विजय बेदी) एवं रीता बनर्जी और शिल्पी शर्मा को मिल चुके हैं। कपूर ग्रीन ऑस्कर जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय हैं। एजेंसी