आगरा में हिंदू संगठनों ने किया पुलिसवालों पर हमला, थाने में तोड़फोड़
नई दिल्ली। ताजनगरी आगरा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकताओं ने बवाल काटा। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को भी अपना निशाना बनाया। ये लोग अपने कुछ कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने और कुछ पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग कर रहे थे।
आगरा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने ऐसे किया हंगामा
आगरा में बवाल की शुरुआत फतेहपुर सीकरी थाने के बाहर हुई। वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता यहां प्रदर्शन करने पहुंचे थे। लेकिन जल्द ही आंदोलनकारी हिंसक हो गए। खबरों के मुताबिक कार्यकर्ताओं ने कुछ पुलिसवालों के साथ खींचतान की। आरोपों के मुताबिक वीएचपी के एक नेता ने सीओ को थप्पड़ जड़ दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दोनों ओर से तकरीबन आधे घंटे तक पथराव होता रहा। हिंसा में कई लोगों को चोटें आईं। पुलिस ने मौके से कई आंदोलनकारियों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस आरोपियों को सदर बाजार थाने में लेकर आई थी। इस बात की भनक लगते ही हिंदू संगठन और बीजेपी के स्थानीय नेता थाने के बाहर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। आरोपों के मुताबिक इन लोगों ने थाने के लॉक अप को तोड़ने की कोशिश की। एक बार फिर नौबत पथराव और लाठीचार्ज तक पहुंच गई। प्रदर्शनकारियों ने संतोष कुमार नाम के एक पुलिस अफसर की बाइक में आग लगा दी और उसकी सर्विस रिवॉल्वर छीन ली। हंगामा देर रात तक चलता रहा। बीजेपी विधायक उदयभान सिंह और उनके सांसद बेटे राकेश चौधरी भी सदर बाजार थाने के बाहर पहुंच गए और पुलिसिया कार्रवाई की निंदा की। हिंसा में पुलिस की कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने केनरा बैंक के एटीएम में तोड़फोड़ की। बवाल में कई लोग घायल हो गए।
क्या था मामला?
इस पूरे हंगामे की जड़ में गुरुवार को तेहरा जौताना इलाके के नजदीक हुई मारपीट का मामला है। आरोप है कि सब्जी कारोबारी फूल कुरैशी और रिजवान के साथ हिंदू संगठनों से जुड़े कुछ कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया था. वीएचपी और बजरंग दल इकी रिहाई की मांग कर रहे थे।