दस्तक टाइम्स/ एजेंसी. नई दिल्ली 10 अक्टूबर । नई दिल्ली। कुख्यात आतंकी संगठन ‘आईएसआईएस’ के लिए इराक में लड़ रहे आजमगढ़ के युवक ने अपने घर लौटने की इच्छा जताई है। इसके लिए युवक ने अपने परिजनों से संपर्क किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला युवक कुछ माह पहले ही तुर्की के रास्ते इराक में जाकर आईएस में शामिल हुआ था।
सूत्रों का कहना है कि यूएई में एक भारतीय मूल के व्यक्ति ने युवक को इराक तक की यात्रा करने में सहयोग किया। युवक 12 वीं पास है और आईएस में शामिल होने से पहले वह छोटा-मोटा व्यवसाय करता था।
बताया जा रहा है कि युवक यूपी का पहला ऐसा शख्स है जो भारत में बिना किसी आतंकवादी संगठन के संपर्क के बगैर सीधे आईएस मे शामिल हुआ और उसकी आपराधिक पृृष्ठभूमि भी नहीं थी। वह उन 20 भारतीयों में शामिल है जो इराक-सीरिया के लिए लड़ रहे हैं।
आईएस के लिए लडऩे वाले और मारे जाने वाले 6 भारतीयों में तीन इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी थे, जिसमें सुल्तान अजमेर शाह और बडा साजिद शामिल है जो पाकिस्तान में होने के कारण आतंकवादी समूह में शामिल हुआ। दो महाराष्ट्र और एक तेलंगाना का था।
यूएई ने 15 सितंबर को चार भारतीय नागरिकों को आईएस से संबंध के संदेह मं प्रत्यर्पित कर दिया था और जल्द ही चार और भारतीयों को वापस भेजे जाने की उम्मीद है। करीब एक पखवाड़े पहले यूएई ने 37 साल की महिला को वापस लौटा दिया था जो आईएस के लिए युवकों को भर्ती करने में कथित तौर पर सम्मिलित थी।