(आप) के संयोजक पूर्व सांसद डा. राजन सुशांत ने पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफा
इस्तीफा देने का डा. सुशांत ने कारण सार्वजनिक नहीं किया है। शनिवार दोपहर को इस्तीफा देने के बाद से ही डा. सुशांत ने चुप्पी साध ली है। कांगड़ा जिला के तेजतर्रार नेता के तौर पर अपनी छवि बनाने वाले डा. राजन सुशांत ने आप के राष्ट्रीय संयोजक को भेजे इस्तीफे में संयोजक पद छोड़ने और पार्टी के एक आम कार्यकर्ता के तौर पर काम करने की इच्छा जताई है।
पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद शांता कुमार से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद रखने वाले डा. सुशांत के आम आदमी पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफा देने के बाद से प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। कालेज में पढ़ने के समय से राष्ट्रीय स्वयं संघ से जुड़े रहे डा. सुशांत के इस कदम को भाजपा में घर वापसी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
बहरहाल इन सभी सवालों को लेकर डा. सुशांत की ओर से कोई भी टिप्पणी नहीं की जा रही है। दिल्ली में इस्तीफा मंजूर होने या न होने पर ही मामले का खुलासा हो सकेगा।