उच्च शिक्षा के उत्थान के लिए सक्रिय हों शिक्षक -शुक्ला
लखनऊ। प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शारदा प्रताप शुक्ला ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में उच्च शिक्षा के सतत् विकास के साथ ही उसकी गुणवत्ता के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे उच्च शिक्षा के उत्थान के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के साथ ही इसके विकास में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें। प्रदेश सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के बजट में उच्च शिक्षा की विभिन्न योजनाओं के लिए 2,622 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। श्री शुक्ला गुरूवार को यहां आयोजित शिक्षकों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के बेहतर प्रबंधन में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भागीदारी है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद मुलायम सिंह यादव ने शिक्षकों की समस्याओं को हमेशा प्राथमिकता से हल करने का प्रयास किया है और अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शिक्षकों के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार विकास को नये आयाम देते हुए उत्तर प्रदेश में विभिन्न जन कल्याणकारी और विकास योजनाओं को मूर्तरूप दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के प्रति पूरी तरह गम्भीर है।
वहीं इस मौके पर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री तथा लखनऊ जनपद के प्रभारी मंत्री डा. शिव प्रताप यादव ने कहा कि शिक्षकों ने सदैव समाज का मार्ग दर्शन किया है, ऐसे में उनके ऊपर शिक्षा के विकास के साथ ही सामाजिक सरोकारों को गति देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। गुणवत्तापरक शिक्षा देकर ही बच्चों के भविष्य को सवांरा जा सकता है। आज प्रतिस्पर्धा का युग है ऐसे में शिक्षकों का उत्तरदायित्व और भी बढ़ जाता है। डा. यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार ने शिक्षा के उन्नयन के साथ ही विद्यार्थियों को अब तक 15 लाख से अधिक लैपटाप उपलब्ध करायेे हैं, ताकि वे इंटरनेट आदि का उपयोग कर उच्च शिक्षा के अनुरूप अपने को तैयार कर सकें और प्रतिस्पर्धा की चुनौतियों का सामना कर सकें। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश उच्च शिक्षा के साथ ही विभिन्न तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ेगा तभी देश का समुचित विकास हो सकेगा। उत्तर प्रदेश के विकास के बगैर देश का विकास संभव नहीं है।