उप्र : आम चुनाव के बाद 21 हजार बेरोजगारों को भत्ता
लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी के करीब 21 हजार बेरोजगारों को सरकार की ओर से मिलने वाले बरोजगारी भत्ते के लिए लोकसभा चुनाव संपन्न होने का इंतजार करना पड़ेगा। प्रदेश में चुनावी आचार संहिता लागू होने के कारण अपै्रल माह में जारी होने वाली तिमाही बेरोजगारी भत्ते की राशि चुनाव के बाद बजट मिलने पर ही भेजी जाएगी।गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान सपा ने बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। सपा के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर राजधानी के करीब 21 हजार बेरोजगारों को भत्ते की राशि हर तीन महीने में सेवायोजन विभाग उनके बैंक खातों में भेजता है। जनवरी माह तक तिमाही भत्ते की किश्त खातों में भेजी जा चुकी थी लेकिन मार्च तक भत्ते की किस्त सेवायोजन विभाग को अप्रैल में भेजना था लेकिन इसके लिए बजट न आ पाने से सेवायोजन अधिकारी असमंजस से फंसे हुए हैं कि मार्च माह तक की तिमाही भत्ते की किस्त आखिर अप्रैल में कैसे भेजें क्योंकि इसके लिए विभाग के पास कोई बजट अभी तक नहीं आया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण अप्रैल माह में जाने वाली तिमाही भत्ते की राशि चुनाव बाद बजट मिलने के बाद ही भेजी जाएगी क्योंकि विभाग के पास इसके लिए अभी तक बजट नहीं मिल सका है।इस बारे में क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी पी.के. पुण्डीर का कहना है कि राजधानी में करीब 21 हजार बेरोजगारों को भत्ते की राशि उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। दिसंबर माह तक भत्ते की किस्त तो जनवरी माह में भेज दी गई थी लेकिन 31 मार्च तक की तिमाही किस्त अप्रैल माह में नहीं भेजी जा सकेगी क्योंकि अभी तक उनके पास बजट नहीं आ सका है।