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एडमिशन फर्जीवाड़ा: 7 राज्यों में खंगाला जाएगा 100 करोड़ के ठगों के राज
मेडिकल व डेंटल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर छात्रों को अपने जाल में फंसाकर करीब 100 करोड़ रूपए की ठगी करने वाले गिरोह के राज खोलने के लिए राजस्थान पुलिस सात राज्यों को खंगालेंगी। गिरोह के फरार साथियों की धरपकड़ के लिए स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जाएगी।
इस मिशन के तहत पुलिस इस मामले में गिरोह के करीब दो दर्जन बदमाशों की खोज करेगी। पकड़े गए गिरोह के तीन बदमाशों से पुलिस पूछताछ कर उनके साथियों और ठगी के जाल की जानकारी जुटाने में लगी है।
डीसीपी उत्तर अंशुमान भौमिया ने बताया कि गिरोह के फरार सदस्यों की तलाश में दिल्ली, यूपी, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, चेन्नई सहित अन्य स्थानों पर पुलिस टीम रवाना कर दी गई है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए आधा दर्जन से अधिक थानों के अधिकारियों की टीम बनाई गई है।
भौमिया के अनुसार कोतवाली, जालूपुरा, संजय सर्किल, माणकचौक, शास्त्रीनगर सहित अन्य थाना पुलिस को मिलाकर जांच के लिए भेजा गया है। अभी तक गिरोह के ज्यादा बैंक खातों की जानकारी सामने नहीं आई है। जिन खातों की जानकारी सामने आई है, उनको खंगाला जा रहा है।
इस गिरोह का साथ देने वाले कॉलेज प्रबंधकों व अन्य लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही है। गिरोह के सदस्यों का 12 वीं पास करने वाले छात्रों का डाटा उपलब्ध करवाने वाली कम्पनी की भी खोज जारी है।
गिरोह के सदस्य मेडिकल व डेंटल कॉलेज में एडमिशन कराने के नाम पर 40 से 50 लाख रूपए तक की राशि लेते थे। अब तब इस गिरोह के सदस्यों ने कितने छात्रों को ठगा, इसकी सूची भी तैयार की जा रही है।
गौरतलब है कि मेडिकल व डेंटल कॉलेज में एडमिशन कराने के नाम पर ठगी के मामले में पुलिस ने मूलत: नूहं हरियाणा निवासी नसीम अहमद, बिहार निवासी संजीव रंजन व लखनऊ निवासी रंजन कुमार को पकड़ा था। आरोपी दिल्ली में रहते थे। आरोपी फ्लाइट से आते थे और स्टूडेंट व उनके परिजनों की काउंसलिंग करते थे।