लखनऊ। राजधानी के हजरतगंज इलाके में रविवार को कबाड़ खरीदने से इंकार करने पर मुम्बई और कोलकाता से आए कबाड़ कारोबारियों को होटल में बंधक बना लिया और उनसे दो लाख रूपए की फिरौती की मांग की गई। किसी तरह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागे एक अपहृत व्यापारी ने सौ नम्बर पर फोन कर पुलिस को घटना की जानकारी दी, जिस पर पुलिस ने वहां पहुंचकर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर व्यापारियों को छुड़ा लिया। हजरतगंज सीओ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि लोहे के कबाड़ की खरीद-फरोख्त के लिए कोलकाता के व्यापारी आशिफ अपने साले साबाज आलम व मुंबई के व्यवसायी मोहम्मद सुबेर के साथ बलरामपुर निवासी इमरान खां के बुलाने पर आए थे। तीनों के लिए लालबाग में स्थित बालाजी गेस्ट हाऊस के कमरा नं 302 में रूकने की व्यवस्था की गयी। शनिवार को माल दिखाने के दौरान न तो इमरान ने कबाड़ के एग्रीमंेट पेपर दिखाए और तय हुइ कीमत की भी रकम बढ़ा दी। आशिफ और सुबेर ने कबाड़ खरीदने से मना कर दिया। इसके बाद तैश में आए इमरान ने अपने साथी सिद्वार्थनगर निवासी फकरे आलम, गोण्डा के रहने वाले मोहम्मद कलाम व गुडम्बा निवासी पीयूष के साथ मिलकर सुबेर व साबाज को बंधक बना लिया, जबकि आशिफ वहां से भाग गया। उसने पुलिस को सौ नम्बर पर घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर अपहृतों को छुड़ा लिया।