केसर और तुलसी का इस्तेमाल हम अपने रोजमर्रा के जिंदगी में खाने के साथ कई अन्य कामों के लिए भी करते हैं। यह खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ स्किन ग्लोविंग का काम करता है। केसर गर्म होता है ठंड में दूध में मिलाकर पिते है। जिसे शरीर को राहत मिलती है।
केसर को जब कम मात्रा में नियमित रूप से लिया जाता है, तो यह त्रिदोषों को संतुलित करता है। आयुर्वेदिक दृष्टि से इसकी तासीर गर्म होती है और एक दिन में चौथाई मि.ग्रा. से अधिक नहीं लेना चाहिए। यह रोगनाशक रसायन है। इसे महिला रोगों में प्रयोग में लाया जाता है। इसकी खेती कश्मीर में की जाती है।
तुलसी इसके पत्ते स्फूर्तिदायक होते हैं। चाय या सलाद में तुलसी के पत्ते नियमित रूप से प्रयोग करना चाहिए। यह रसायन का कम करती है और शरीर की रोग-निरोधी प्रक्रिया को सबल बनाती है। आयुर्वेद के अनुसार, इसकी तासीर गर्म होती है, अतः इसे अधिक मात्रा में ग्रहण नहीं करना चाहिए। एक बार में चार-पांच पत्ते ही खाने चाहिए।