क्या आप स्मार्टफोन में पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं?
पासवर्ड के रूप में फिंगरप्रिंट और पिन के इस्तेमाल करने के कई फ़ायदे हैं तो कई नुकसान भी हैं। आइए आपको बताते हैं।
ब्लैकबेरी और आईफ़ोन में आप दस बार तक गलत पिन डाल सकते हैं। उसके बाद स्मार्टफ़ोन लॉक हो जाता है। लेकिन एंड्रॉयड में ऐसा फ़ीचर नहीं होता है।
जो सिक्योरिटी एक्सपर्ट हैं, उनका मानना है कि अगर आपके एंड्रॉयड फ़ोन में इसके अलावा और सिक्योरिटी फ़ीचर नहीं है तो कोई भी पासवर्ड पता कर ही लेगा। बस उसे आपके फ़ोन के साथ थोड़ा वक्त चाहिए।
ऐसी स्थिति से निपटने के लिए आपको अपने एंड्रॉयड डिवाइस में रखे डाटा को एन्क्रिप्ट ज़रूर करना चाहिए। डिवाइस की सेटिंग्स बदल कर डाटा एन्क्रिप्ट कीजिए। इसके बाद जब भी आप डिवाइस को ऑफ करके ऑन करें तो आपको एक पासवर्ड डालना ज़रूरी होगा।
डिवाइस पर डाटा की सुरक्षा करने और किसी अनचाहे व्यक्ति की अगर आपके स्मार्टफोन पर नज़र है तो उससे बचने का ये बहुत बढ़िया तरीका है। लेकिन आजकल पर्सनल इनफॉर्मेशन की चोरी इतनी बढ़ती जा रही है कि अपने स्मार्टफोन में रखी जानकारी की सुरक्षा के लिए आपको कुछ ऐसा ही सोचना पड़ेगा।
ज़्यादातर लोगों के लिए स्मार्टफ़ोन की सुरक्षा के लिए फिंगरप्रिंट सबसे आसान तरीका है। लेकिन सिक्योरिटी एक्सपर्ट की नज़र में फिंगरप्रिंट को 100 फ़ीसदी सुरक्षित मानना सही नहीं है।
अगर किसी को आपके स्मार्टफ़ोन से डाटा चुराना है तो वो आपका फिंगरप्रिंट ढूंढ निकालेगा और फिर उस फिराक में रहेगा कि आपका स्मार्टफ़ोन उसे थोड़ी देर के लिए मिल जाए।
हैकरों के इस लेख पर यदि विश्वास करें तो फिंगरप्रिंट से कुछ भी सुरक्षित नहीं होता है। यह लेख पढ़कर आप ये तो समझ ही जाएंगे कि आपके बारे में हर चीज़ जिस डिवाइस को पता है उसे आपको बहुत संभालकर रखना होगा।