गरीब महिलाओं के आंसू पोछने का मिशन है उज्ज्वला योजना : धर्मेंद्र प्रधान
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने दस नए एलपीजी वितरकों को दिये एलओआई पत्र
लखनऊ। केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि उज्ज्वला योजना गरीबी रेखा के नीचे जीने वाली महिलाओं के आंसू पोछने का मिशन है। इस मिशन ने तीन करोड़ गरीब परिवारों को खुशहाली प्रदान की है। उन्होंने एलपीजी वितरकों का आह्वान किया कि वह योजनाएं पूरा करने में सहयोग दें और एलपीजी गैस सिलेण्डर घर-घर पहुंचाएं। श्री प्रधान इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नए एलपीजी वितरकों को लेटर आफ इटेंट प्रदान करने के बाद सम्बोधित कर रहे थे। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि पिछली केंद्र सरकार के समय गैस कनेक्शन लेना अत्यंत कठिन था। वर्तमान मोदी सरकार ने गरीबों के घरों पर मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचा कर उनके जीवन से धुंएं और घुटन से उन लोगों को मुक्ति दिलायी है। वर्तमान उज्ज्वला योजना ने ग्रामीण गरीब महिलाओं के जीवन की तस्वीर बदल दी है।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में नए बाटलिंग प्लांट लगाए जाएंगे, साथ ही सिलेंण्डर निर्माण स्टोव मैन्यूफैक्चरिंग परिवहन और आपूर्ति से नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। श्री प्रधान ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में देशभर में एक हजार नये एल.पी.जी. वितरक जोड़े गए हैं। पांच नये बॉटलिंग प्लाण्ट भी लग रहे हैं। गुजरात के काण्डला से गोरखपुर तक एल.पी.जी. पाइप लाइन डाली जा रही है। प्रदेश में स्थापित एल.पी.जी. के बॉटलिंग प्लाण्ट पाइप लाइन से जोड़े जाएंगे। मथुरा रिफाइनरी का विस्तारीकरण भी किया जाएगा। इसके अलावा, पूरे भारत में एक लाख एल.पी.जी. पंचायत स्थापित की जाएंगी।
उज्ज्वला योजना से गरीब महिलाओं के अच्छे दिन आ गए : योगी
इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लागू होने से गरीबों के घरों की महिलाओं के लिए सचमुच अच्छे दिन आ गए हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश ही नहीं, देश के गांवों में रहने वाली करोड़ों महिलाओं को अब इस योजना का लाभ मिल रहा है और वे स्वच्छ ईंधन का उपयोग करते हुए आसानी से अपने परिवारों का भोजन पका पा रही हैं। इस योजना से उनके स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ रहा है और अब वे धुएं में खाना बनाने के लिए बाध्य नहीं हैं। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री आशुतोष टण्डन, रीता बहुगुणा जोशी, स्वाती सिंह, पेट्रोलियम मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीगण, एलओआई प्राप्त करने वाले आवेदनकर्ता, विभिन्न पेट्रोलियम कम्पनियों के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।