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गो तस्करी में एक और हत्या, केंद्रीय मंत्री बोले- मोदी जितने लोकप्रिय होंगे उतना ही बढती जाएंगी घटनाएं

राजस्थान के अलवर में गो तस्करी के शक में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। मृतक शख्स का नाम अकबर खान है और वह हरियाणा का रहने वाला था। मृतक गाड़ी से दो गाय लेकर जा रहा था तभी उसपर हमला किया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखा गया है। इस घटना ने एक बार फिर से मॉब लिचिंग की तरफ ध्यान खींचा है।गो तस्करी में एक और हत्या, केंद्रीय मंत्री बोले- मोदी जितने लोकप्रिय होंगे उतना ही बढती जाएंगी घटनाएं

इस मामले पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है। जहां ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मोदी के चार साल का लिंच राज बताया है। वहीं केंद्रीय मंत्री का कहना है कि मोजीदी ने योजनाएं दी और उसका यह रिएक्शन है। उन्होंने मॉब लिंचिंग की तुलना 1984 के सिख दंगों से कर दी है।

मामले पर पुलिस का कहना है, ‘यह अभी साफ नहीं है कि वह गो तस्कर थे या नहीं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हम आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।’ वहीं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कहना है, ‘अलवर में गो परिवहन से सम्बंधित वारदात में हुई नृशंस हत्या की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूं। पुलिस मामला दर्ज कर दो संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है। मैंने गृह मंत्री गुलाब कटारिया जी को जल्द से जल्द मामले की छानबीन कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं।’

सरकार पर हमला करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘भारत में गाय को अनुच्छेद 21 के तहत जीने का अधिकार है और एक मुस्लिम को उसके लिए मारा जा सकता है क्योंकि उनके पास जीने का अधिकार नहीं है। चार साल का मोदी राज लिंच राज है।’

राजस्थान के गृहमंत्री कटारिया ने कहा, ‘जो कोई शख्स इसके लिए जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसी कोई गारंटी नहीं है कि हमने मृत्युदण्ड का कानून बनाया है तो कोई कल से ही मृत्युदण्ड का भागी नहीं बनेगा। कोई मर्डर (हत्या) नहीं होगा। लेकिन हम कानून को सख्त करने की कोशिश कर रहे हैं।’ 

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, ‘हम मॉब लिंचिंग की निंदा करते हैं लेकिन यह पहली घटना नहीं है। आपको इसकी जड़ें इतिहास से निकालनी होंगी। ऐसा क्यों हुआ? इसे कौन रोकेगा? सिखों के साथ 1984 में जो हुआ था वह राष्ट्र के इतिहास की सबसे बड़ी लिंचिंग थी। मोदी जितने मशहूर होते हैं, उतनी ही इस तरह की घटनाएं होती हैं। बिहार चुनाव से पहले अवॉर्ड वापसी, यूपी चुनाव से पहले मॉब लिंचिंग हुई। 2019 के चुनाव से पहले कुछ और हो सकता है। मोदी जी ने योजनाएं दी और उसका असर दिख रहा है यह उसका एक रिएक्शन है।’

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