बिहार सरकार में जेडीयू कोटे से मुस्लिम मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद की ‘जय श्री राम का नारा’ लगाने के बाद मुस्किलें बढ़ गई है । ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाकर सुर्खियों में आने वाले बिहार सरकार के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद के खिलाफ इमारत-ए-शरिया के काजी ने फतवा जारी किया है । आपको बता दे कि पहले खबरें आयी की ये फतवा इमारत-ए-शरिया ने जारी किया है । लेकिन बाद में इस फतवे को शरिया ने खुद से अलग करते हुए कहा कि ये फतवा वहां के काजी मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने जारी किया है। इतना ही नहीं फतवे के आधार पर उनका निकाह भी टूट गया है। फतवे के मुताबिक उन्हें अपने इस काम के लिए तौबा करके फिर से निकाह करना होगा।
अपने खिलाफ जारी फतवे पर प्रतिक्रिया जारी करते हुए खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने कहा कि किस उम्मीद के साथ क्या मकसद लेकर मैंने जय श्री राम के नारे लगाए, ये खुदा बेहतर कोई नहीं जानता है । रहा सवाल खुदा का तो कोई खुदा कहता है। कोई श्री राम कहता है। एक शक्ति है जो दुनिया को चला रही है। जेडीयू से मंत्री बने खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने इस फतवे के जवाब में कहा कि अगर बिहार के विकास और सामाजिक सौहार्द के लिये मुझे जय श्री राम के नारे लगाने पड़े तो मैं कभी इससे पीछे नहीं हटूंगा। खुर्शीद ने कहा, मैं ‘जय श्री राम’ कहूंगा। मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है। मैं अपने इस कथन से कभी भी कदम पीछे नहीं हटूंगा। मंत्री खुर्शीद अहमद ने कहा कि फतवा जारी करने के पहले उनसे पूछना चाहिए था। मैं किस नीयत से ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाता हूं। यह पूछना चाहिए था। मैं इस फतवा को नहीं मानता। मेरे इमान में खोट नहीं। मैं सच्चा मुसलमान हूं।
जेडीयू के विधायक और मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद विश्वास मत के दौरान विधानसभा में जय श्री राम के नारे लगाकर चर्चा में आये थे। आपको बता दें फिरोज पश्चिमी चंपारण की सिकटा सीट से विधायक बने हैं। उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई की है। पिछली महागठबंधन की सरकार में गन्ना मंत्री रहे खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमत को इस बार अल्पसंख्यक और गन्ना मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है।