जानिए सारा के निजी सामान से फूटे कौन से राज
लखनऊ :ससुराल में नहीं मिला था बहू का दर्जा पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे व अपहरण के आरोपी अमनमणि के संग सात जन्मों तक साथ रहने की कसम खाने वाली सारा महज दो साल में ही इस रिश्ते से तंग आ चुकी थी। ससुराल में बहू का दर्जा न मिल पाना उसे कतई गवारा नहीं था।पति से चोरी-छिपे मिलने और ससुराल का प्यार न मिलने से उसके सपने चकनाचूर हो चुके थे। इसी वजह से सारा तलाक लेकर नए सिरे से जीवन की शुरुआत करना चाहती थी।सारा की मां सीमा सिंह ने बताया कि अमनमणि के ताऊ और बेटी शनिवार देर शाम उसका सामान उसके घर पहुंचा गए। इस सामान के बीच उन्हें एक पर्ची भी मिली है, जिसमें सारा ने अमन से तलाक लेने की बात लिखी है। बाद में इस पर क्रॉस का निशान बनाया गया है।इसके अलावा भी सारा की पर्सनल डायरी में तमाम ऐसी बातों का जिक्र है, जिससे साफ है कि वह इस गुमनाम जिंदगी से पूरी तरह ऊब चुकी थी।सीमा सिंह ने बताया कि सारा शादी करके एक खुशहाल जीवन जीना चाहती थी। कभी भी अपने आत्मसम्मान से उसने समझौता नहीं किया। लगभग ढाई वर्ष पहले एक पार्टी में अमन से उसकी मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई।