टीम इंडिया की जोरदार वापसी, विदेशी धरती पर भारत ने 32 साल में पहली बार हासिल की सबसे बड़ी जीत
विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने इंग्लैंड को नॉटिंघम में 203 रनों से मात देकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम की बढ़त को 1-2 से कम किया है.
खेल के तीनों विभागों में शानदार प्रदर्शन की बदौलत आखिरकार इस टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने जीत का खाता खोला है. इंग्लैंड की धरती पर भारत ने 32 साल में पहली बार रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत दर्ज की है.
भारतीय टीम ने 1986 में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 279 रनों से जीत दर्ज की थी. इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने लॉर्ड्स में 2014 में इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था. अब विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में यह बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है.
वैसे विदेशी धरती पर टीम इंडिया को रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी विराट की कप्तानी में मिली थी, जब भारत ने 2017 में श्रीलंका से गॉल टेस्ट 304 रनों से जीता था.
इंग्लैंड की धरती पर भारत की सबसे बड़ी जीत (रनों के लिहाज से)
1. लीड्स टेस्ट: इंग्लैंड को 279 रनों से हराया- 1986 में
2. नॉटिंघम टेस्ट: इंग्लैंड को 203 रनों से हराया- 2018 में
3. लॉर्ड्स टेस्ट: इंग्लैंड को 95 रनों से हराया- 2014 में
विदेश में भारत की सबसे बड़ी जीत (रनों के लिहाज से)
1. गॉल टेस्ट: श्रीलंका को 304 रनों से हराया- 2017 में
2. लीड्स टेस्ट: इंग्लैंड को 279 रनों से हराया- 1986 में
3. कोलंबो टेस्ट: श्रीलंका को 278 रनों से हराया- 2015 में
4. ऑकलैंड टेस्ट: न्यूजीलैंड को 272 रनों से हराया- 1968 में
5. ग्रोस इस्लेट टेस्ट: वेस्टइंडीज को 237 रनों से हराया- 2016 में
6. नॉटिंघम टेस्ट: इंग्लैंड को 203 रनों से हराया- 2018 में
भारतीय टीम चौथे दिन ही मैच अपने नाम कर लेती, लेकिन जोस बटलर (106) और बेन स्टोक्स (62) के बीच पांचवें विकेट के लिए हुई 169 रनों की शतकीय साझेदारी के बाद आदिल राशिद (नाबाद 30) और स्टुअर्ट ब्रॉड (20) के बीच नौवें विकेट के लिए हुई 50 रन की उपयोगी साझेदारी के चलते उन्हें एक दिन और इंतजार करना पड़ा.