ताजिया जुलूस को लेकर बवाल के बाद कानपुर-बलिया में शांति
उत्तर प्रदेश में कानपुर और बलिया में मुहर्रम के मौके पर ताजिया जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद अब हालात काबू में है. कानपुर में भड़की सांप्रदायिक झड़प को लेकर 12 लोग हिरासत में लिए गए हैं. वहीं गुजरात के वडोदरा में भी मुहर्रम के मौके पर रविवार को जुलूस के दौरान हुई झड़प और पथराव में तीन लोग घायल हुए हैं. इन तीनों ही जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात है.
इससे पहले कानपुर स्थित जूही थाना क्षेत्र के परमपूर्वा में रविवार शाम ताजिया जुलूस का रूट बदलने को लेकर दो पक्षों के बीच भारी बवाल हुआ. इस दौरान भीड़ ने एक दूसरे पर पथराव किया, वहीं कुछ वाहनों में आग लगा.
इस झड़प में दोनों पक्षों के करीब दर्जन भर लोग घायल हो गए, वहीं दो कारों और चार मोटरसाइकिल स्वाहा हो गए. पुलिस को भीड़ तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजी तथा आंसू गैस के गोले दागने पड़े, जिसके बाद अब काबू में बताए जा रहे हैं.
इस बवाल की सूचना मिलते ही डीआईजी सोनिया सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गई. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है. पीएसी और आरएएफ की एक-एक कंपनी तैनात है. एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार भी हालात का जायजा लेने के लिए लखनऊ से कानपुर पहुंचे हैं.
वहीं बलिया में भी शनिवार को दशहरा मेले के दौरान हुए तनाव के बाद रविवार को मोहर्रम के ताजिया जुलूस के दौरान एक समुदाय के लोग उग्र हो गए, जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर बवाल हुआ. नाराज लोगों ने दुकान और कई मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया. हिंसा की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मुस्तैद हो गया. इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया.जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने अधिकारी ने बताया कि बलिया के सिकंदरपुर में करीब आधा दर्जन लोग उस समय घायल हो गए, जब बच्चों को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद दो समुदायों में संघर्ष हो गया. उन्होंने बताया कि दो बच्चों के बीच हुई तू तू-मैं मैं के बाद उनके माता पिता और फिर दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए.
विक्रम ने बताया कि पथराव की भी खबर आई थी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हालात पर काबू किया. उन्होंने बताया कि पुलिस और पीएसी जवान मौके पर तैनात किए गए हैं और फिलहाल हालात काबू में है.