बलात्कार के आरोपों से घिरे फतेहपुर बेरी स्थित शनिधाम के संस्थापक दाती महाराज की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। दरअसल पुलिस ने दाती महाराज के खिलाफ बलात्कार, अप्राकृतिक शारीरिक संबंध और धमकाने के आरोपों में चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने इन मामलों में दाती महाराज के तीन भाइयों अशोक, अर्जुन और अनिल को भी आरोपी बनाया है। इनके साथ-साथ पुलिस ने दो आश्रमकर्मी महिलाओं श्रद्धा पुरी उर्फ नीतू और मीना जोशी को भी आरोपी के तौर पर नामजद किया है।
बता दें कि 7 जून को दाती महाराज उर्फ मदनलाल ‘राजस्थानी’ के खिलाफ पीड़िता ने बलात्कार के मामले में शिकायत दी थी। इसके बाद पुलिस ने 11 जून को इस मामले में एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने मामले की जांच शुरु ही की थी कि यह मामला क्राइम ब्रांच को शिफ्ट कर दिया गया। 22 जून को क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपियों से पूछताछ की। कई बार पूछताछ के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस का तर्क है कि उनके पास अभी दाती महाराज को गिरफ्तार करने के पर्याप्त सबूत नहीं हैं। दरअसल पुलिस को जांच में पता चला कि पीड़िता ने जिन तीन तारीखों पर दाती महाराज द्वारा बलात्कार करने के आरोप लगाए थे। उनमें से एक तारीख में पीड़िता बलात्कार के स्थान पाली में मौजूद ही नहीं थी। उस समय पीड़िता अजमेर में अपने कॉलेज में मौजूद थी, जिसके सबूत कॉलेज में पीड़िता की हाजिरी से पता चले हैं।
पुलिस इस मामले में दाती महाराज और उसके भाइयों के पोटेंसी टेस्ट भी करा चुकी है, जिसके नतीजे पॉजिटिव आए थे। पीड़िता ने दाती महाराज पर आरोप लगाए थे कि वह 2005 में अपने परिवार के साथ दाती महाराज के संपर्क में आयी थी। उसके बाद वह आश्रम में ही रहने लगी और उसकी पढ़ाई का खर्च भी महाराज ही उठाने लगा। इसके 2 साल बाद दाती महाराज ने 9 जनवरी, 2016 को चरण सेवा के नाम पर दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके के शनिधाम आश्रम में उसके साथ बलात्कार किया। इस मामले में दाती महाराज और उसके भाइयों के साथ आरोपी बनायी गईं आश्रमकर्मी महिलाएं ही पीड़िता को दाती महाराज के पास लेकर गई थीं।