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महिला आईएएस अधिकारी को मंत्री भेजता था अश्लील मैसेज, कैप्टन के कहने पर मांगी माफी

महिला अधिकारी का आरोप है कि मना करने के बावजूद मंत्री ने देर रात भद्दे मैसेज भेजे।बवाल बढ़ता देख मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बीच-बचाव किया और मंत्री से माफी मांगने को कहा। अब मामला सुलट गया है लेकिन विपक्षी पार्टियों ने कांग्रेस और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब तलब किया है।

नई दिल्ली: देश में चल रही #MeeToo की लहर से अब पंजाब भी अछूता नहीं है। पंजाब की एक महिला आईएएस अधिकारी ने राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री पर मानसिक रूप से परेशान करने और देर रात तक भद्दे मैसेज भेजने का आरोप लगाया है। हालांकि सरकार ने अभी तक आरोपी मंत्री का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक मंत्री ने कैप्टन के कहने पर महिला आईएएस अधिकारी से माफी मांग कर मामले को निपटाने की कोशिश की, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि माफीनामा के बाद मामले को सुलझा लिया गया है। महिला आईएएस अधिकारी की शिकायत का मामला उजागर होने के बाद पंजाब के विपक्षी दलों ने सियासत को गरमा दिया है। मामला लगभग डेढ़ महीना पुराना है, लेकिन इसका खुलासा अभी हुआ है। अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से आरोपी मंत्री का नाम सार्वजनिक करने की मांग की है और राहुल गांधी से पूछा है कि वह आखिर मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने से क्यों झिझक रहे हैं। प्रमुख विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने मामले को गंभीर बताते हुए आरोपी मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जिस मंत्री का नाम सामने आ रहा है उसका विवादों से पहले भी पुराना नाता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह फिलहाल विदेशी दौरे पर हैं। उम्मीद की जा रही है कि मामला गरमाने के बाद वह आरोपी मंत्री का इस्तीफा ले सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला अधिकारी ने कैबिनेट मंत्री पर गलत तरीके के मैसेज भेजने का आरोप लगाया है और ये भी आरोप लगाया है कि चेतावनी देने के बावजूद मंत्री ने देर रात भी आपत्तिजनक मैसेज भेजे, हालांकि इस मामले में अब तक न तो अधिकारी सामने आई है और न ही कैबिनेट मंत्री की तरफ से कोई सफाई दी गई है। इस मामले में अधिकारी कौन है और कैबिनेट मंत्री कौन है इस बारे में तमाम जानकारी राजनीतिक गलियारों से लेकर मीडिया के बीच है लेकिन कोई भी अधिकारिक शिकायत अब तक न होने के कारण पीड़ित और आरोपी के नाम सार्वजनिक नहीं हो पा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने भी इस मामले को खारिज नहीं किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ऑफिस की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी की गई है और कहा गया है कि महिला अधिकारी ने जो आरोप लगाए थे और मुख्यमंत्री को शिकायत दी थी, उसके आधार पर कार्रवाई की गई है और इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया गया है। मंत्री को महिला अधिकारी से माफी मांगने के लिए भी कहा गया था।

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