दिल्ली
दिल्ली में जान देने वाले पूर्व फौजी का बैकग्राउंड देखिए,
फौज में 35 साल नौकरी, 1971 में पाकिस्तान युद्ध लड़ा, राष्ट्रपति सम्मान मिला, सरपंच बने। इसके अलावा भी बहुत कुछ थे पूर्व फौजी रामकिशन की जिंदगी में।
कुछ इस तरह के उतार-चढ़ावों से भरा रहा है दिल्ली में जंतर-मंतर पर चल रहे ओआरओपी आंदोलन के दौरान खुदकुशी करने वाले रामकिशन ग्रेवाल (65) का जीवन। मंगलवार रात रामकिशन ग्रेवाल की मौत की खबर के बाद परिजन व ग्रामीण स्तब्ध हैं।
बुधवार को दिनभर गांव में रामकिशन के जुझारूपन और जज्बे की चर्चा होती रही। शव गांव लाए जाने पर वीरवार को अंत्येष्टि की जाएगी।
बुधवार को दिनभर गांव में रामकिशन के जुझारूपन और जज्बे की चर्चा होती रही। शव गांव लाए जाने पर वीरवार को अंत्येष्टि की जाएगी।