दिल्ली हिंसा: IS से जुड़े दंपती ने बताया, इस वजह से बने आतंकवादी
नागरिकता कानून के विरोध के लिए प्रदर्शनकारियों को उकसाने वाले आईएस के अफगानिस्तान मॉड्यूल से जुड़े दंपती को रविवार शाम दिल्ली पुलिस ने जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान दंपती ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं और अपनी पूरी योजना के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद अगस्त 2019 में वो लोग दिल्ली आ गए थे। अनुच्छेद-370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की सख्ती बढ़ गई थी। इसी वजह से वो लोग घाटी छोड़कर दिल्ली आए थे।
दंपती ने बताया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सख्ती के चलते ही आतंक की राह पकड़ी। यह दंपती अफगानिस्तान के खोरासन प्रोविंस में रह रहे और आतंकी बन चुके भारतीयों से लगातार संपर्क में थे। गिरफ्तारी के बाद पुलिस दिल्ली में हाल में भड़के दंगों में उनकी भूमिका की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बताया कि मूल रूप से पूर्णिबाल, शिवपोरा श्रीनगर निवासी जहांजेब समी उर्फ दाऊद इब्राहिम उर्फ जेब उर्फ अबू मोहम्मद अल हिंद उर्फ अबू अबदुल्ला (36) पत्नी हिना बशीर बेग (39) के साथ दिल्ली आकर सी-4, जामिया नगर ओखला विहार में रह रहा था।
दिल्ली में ये दोनों सीएए के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को भड़का रहे थे। प्रदर्शनकारियों से वे देशविरोधी बातें करते थे और लोगों को सरकार के विरोध के लिए उकसाते भी थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस के सदस्य थे और गैर मुस्लिमों के खिलाफ नफरत की विचारधारा का प्रचार कर रहे थे। इनके पास से चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक हार्ड डिस्क और भड़काने वाली आपित्तजनक सामग्रियां बरामद की गई हैं।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे टेलीग्राम, फेसबुक, व्हाट्स ऐप, थ्रेमा, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि पर इन्होंने फर्जी आईडी से प्रोफाइल बनाए हुए हैं। इन प्रोफाइल से ये लोगों को आईएसआईएस की विचारधारा से जुड़ने के लिए प्रभावित करने में जुटे थे।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सीएए के विरोध में चल रहे कौन-कौन से धरना-प्रदर्शनों में ये दोनों गए थे। दिल्ली दंगों में इनकी भूमिका क्या थी। क्या चांदबाग में मारे गए आईबी कर्मचारी की हत्या में इनका कोई हाथ है।
जिस तरह से आईबी के कर्मी की हत्या की गई थी, वैसे जघन्य तरीके से वारदात आईएसआईएस ही करता है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि अब तक ये कितने लोगों को आतंकी संगठन से जोड़ चुके हैं।