उत्तर प्रदेश

धार्मिक समन्वय स्थापित करने लखनऊ में जुटे विभिन्न देशों के विचारक, दार्शनिक, धर्मावलम्बी

‘इण्टरनेशनल इण्टरफेथ कान्फ्रेन्स’ का उद्घाटन आज सायं सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अशर्फाबाद कैम्पस के तत्वावधान में सातवीं इण्टरनेशनल इन्टरफेथ कान्फ्रेन्स का आयोजन 12 से 14 अगस्त तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के विद्वानों, विचारकों, दार्शनिकों, शिक्षाविदों, न्यायविदों व धर्मावलम्बी का लखनऊ आगमन लगातार जारी है। सम्मेलन का उद्घाटन कल 12 अगस्त, शनिवार को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा। लक्ष्मी नारायण चौधरी, मंत्री, धार्मिक कार्य, संस्कृति एवं अल्पसंख्यक कल्याण, उ.प्र., इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘द रोल ऑफ रिलीजन इन डेवलपमेन्ट’ थीम पर आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य ‘विभिन्न धर्मो के बीच समन्वय’ स्थापित कर विश्व एकता के महान लक्ष्य के प्रति पूरे विश्व समाज को जागरूक करना है। सम्मेलन में इजिप्ट, अमेरिका, इंग्लैण्ड, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, बांग्लादेश, कनाडा, रोमानिया, अल्जीरिया, मोरक्को, सउदी अरब, ईरान, नेपाल, श्रीलंका एवं भारत के लगभग 150 विद्वजन प्रतिभाग कर रहे हैं।

इसी संदर्भ में आज यहाँ सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सम्मेलन की संयोजिका एवं सी.एम.एस. अशर्फाबाद कैम्पस की प्रधानाचार्या तृप्ति द्विवेदी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य विश्व के विभिन्न धर्मों के बीच संवाद कायम करना, धर्म के आधार पर होने वाली दूरियों को मिटाना एवं संसार में प्रेम और भाईचारा की भावना को बढ़ावा देना है। इस तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश के प्रख्यात विद्वान एजुकेशन, जेन्डर इक्वलिटी, गवर्नेन्स, रिलीजियस कोइक्जिस्टेन्स एण्ड इन्क्लूसिव सोसाईटीज, एप्रोप्रियेट टेक्नोलॉजी एवं इकोनॉमिक एक्टिविटी आदि विषयों पर अपने सारगर्भित विचार रखेंगे। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि धर्म विवाद का नहीं वरन् संवाद का विषय है। आध्यात्मिक शिक्षा तो सभी धर्मों की एक ही है, ऐसे में आज भावी पीढ़ी को यह समझाने की आवश्यकता है कि सभी धर्मों का उद्देश्य एक ही है और सभी धर्म हमें एक ही परमपिता परमात्मा की ओर ले जाते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन सम्पूर्ण विश्व समाज में एकता, शान्ति व सौहार्द का वातावरण स्थापित करने में सहायक होगा।

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि ‘इण्टरनेशनल इण्टरफेथ कान्फ्रेन्स’ के अन्तर्गत विद्वजनों की परिचर्चा का दौर 13 एवं 14 अगस्त को सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चलेगा। इण्टरफेथ सम्मेलन के प्रतिभागी विद्वजनों में न्यायमूर्ति डा. आदिल ओमर शरीफ़, डेप्युटी चीफ जस्टिस, सुप्रीम कन्स्टीटूयशनल कोर्ट ऑफ इजिप्ट, डा. ईराज अबेदीन, समाजसेवी, दक्षिण अफ्रीका, प्रो. नाथन जे. ब्राउन, प्रोफेसर, पॉलिटिकल साइन्स एवं इण्टरनेशनल अफेयर्स, जार्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, अमेरिका, प्रो. सिराज खान, जार्डन रिसर्च फेलो, मैक्स प्लांक इन्स्टीट्यूट, हेडलबर्ग, जर्मनी, तहीरिह दानेश, मानवाधिकार शोधकर्ता, इंग्लैण्ड, प्रो. मोहम्मद इकबाल हुसैन, प्रोफेसर, इस्लामिक यूनिवर्सिटी, बांग्लादेश, श्री अबू ताहेर, असिस्टेन्ट प्रोफेसर, बांग्लादेश, जेना सोली सोराबजी, वाइस चेयरपरसन, नेशनल स्पिरिचुअल असेम्बली ऑफ बहाइज ऑफ इण्डिया, पद्मश्री जनक पाल्टा मैक्गिलिगन, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरणविद्, माइकल डी सालाबेरी, भूतपूर्व राजदूत, मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स, कनाडा, व्लादिमीरस्कू मिहाई, प्रोफेसर, यूनिवर्सिटी ऑफ क्राइवो, रोमानिया आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा, लखनऊ की प्रख्यात धार्मिक हस्तियाँ भी अपनी उपस्थिति से इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन की गरिमा को बढ़ायेंगी जिनमें महंत दिव्या गिरी जी, बिशप जेराल्ड जॉन मैथाइस, मोलाना खालिद रशीद, मौलाना कब्ले सादिक, राजेन्द्र बग्गा, डा. वेन सुमेध, बी. मोहाजिर एवं भिक्षु प्रज्ञानंद जी आदि प्रमुख हैं।

 

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