ज्ञान भंडार
नाले में एंडोसल्फान मिलने का मामला ठंडे बस्ते में
दस्तक टाइम्स/एजेंसी-जम्मू : औद्योगिक गंदगी से स्थानीय पारिस्थितिकी को हानि पहुंचने का खतरा हमेशा बना रहता है। कठुआ और नगरी तहसील से बहने वाले वजू नाले में कुछ महीनों पूर्व तमाम जलीय जीव मारे गए थे।
लोगों के जबरदस्त रोष के बाद प्रशासन ने टीम का गठन किया था। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने प्रयोगशाला जांच में पाया था कि जलीय जीवों की मौत का मुख्य कारण रासायनिक क्रियाएं थीं।
हैरत की बात है कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के अधिकांश दोनों में प्रतिबंधित हो चुका रसायन एंडोसल्फान वजू नाले से लिए गए नमूनों में भारी मात्रा में पाया गया था। उस पर तुर्रा ये कि एंडोसल्फान की पुष्टि होने के बावजूद जांच रिपोर्ट के नतीजों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।